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बॉम्बे हाईकोर्ट ने इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर को दी अंतरिम राहत

विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग का आरोप

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भारत
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इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर पड़े सीबीआई के छापे
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इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर के घर पड़े सीबीआई के छापे
(फोटो: द क्विंट)

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सुप्रीम कोर्ट की सीनियर एडवोकेट इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर को बॉम्बे हाई कोर्ट ने अंतरिम राहत दी है. विदेशी फंडिंग के नियमों के उल्लंघन के मामले में आरोपी दोनों वकीलों को राहत देते हुए हाई कोर्ट ने कहा है कि सीबीआई की ओर से इसी साल मई महीने में दर्जकिए गए केस में इन दोनों के खिलाफ कोई भी बलपूर्वक कार्रवाई नहीं की जाएगी.

बता दें, बीते दिनों सीबीआई ने इस मामले में दोनों वकीलों के घर छापे मारे थे. विदेशी फंडिंग में नियमों के उल्लंघन के आरोपों को खारिज करते हुए दोनों वकीलों ने कहा था कि सरकार उनके खिलाफ बदले के तहत कार्रवाई कर रही है.

गृह मंत्रालय की शिकायत पर CBI ने दर्ज किया था केस

सीबीआई ने गृह मंत्रालय की शिकायत पर बीते 13 जून को एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) 'लॉयर्स कलेक्टिव' और उसके अध्यक्ष आनंद ग्रोवर के खिलाफ विदेशी सहायता नियमन अधिनियम (FCRA) के उल्लंघन, आपराधिक षड्यंत्र और धोखाधड़ी के तहत केस दर्ज किया था.

सीबीआई की दर्ज प्राथमिकी में इंदिरा जयसिंह का नाम दर्ज नहीं है. सीबीआई के अनुसार, दर्ज मामले में एनजीओ के अज्ञात पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं, निजी व्यक्तियों और सरकारी कर्मचारियों को भी नामजद किया गया है.

विदेशी फंडिंग के दुरुपयोग का आरोप

गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, एनजीओ ‘लॉयर्स कलेक्टिव को सामाजिक कार्यों के संचालन के लिए पंजीकृत कराया गया था. इस एनजीओ को साल 2006-07 से 2014-15 के बीच 32.39 करोड़ रुपये मिले.

शिकायत में कहा गया है कि एफसीआरए के उल्लंघन का खुलासा 2010 में हुआ. सीबीआई के मामले के अनुसार, इंदिरा जयसिंह को ‘लॉयर्स कलेक्टिव’ की तरफ से विदेश जाने के लिए 96.60 लाख रुपये मिले थे.

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कौन हैं इंदिरा जयसिंह और आनंद ग्रोवर?

इंदिरा जयसिंह कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए-2 सरकार के दौरान एडिशनल सॉलिसिटर जनरल थीं. उनको यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी का करीबी माना जाता है. इंडिया टुडे के मुताबिक, सोनिया गांधी, इंदिरा जयसिंह के एक्टिविज्म से काफी प्रभावित थीं. ऐसे में साल 2009 में इंदिरा को भारत की पहली महिला एडिशनल सॉलिसिटर जनरल बनाया गया. दूसरी तरफ इंदिरा नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचक के तौर पर देखी जाती हैं.

पिछले दिनों इंदिरा भारत के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के खिलाफ कथित सेक्सुअल हैरेसमेंट मामले पर भी मुखर रही थीं. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को जिस तरह लिया था, इंदिरा ने उसे लेकर सवाल उठाए थे.

इंदिरा जयसिंह के पति आनंद ग्रोवर भी सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट और लॉयर्स कलेक्टिव के फाउंडर हैं. उन्हें सामाजिक मुद्दों पर उनकी वकालत के लिए जाना जाता है. इन मुद्दों में समलैंगिकता के खिलाफ लड़ाई और HIV/AIDS को लेकर जागरूकता अहम रहे हैं. ग्रोवर '2G घोटाले' मामले में स्पेशल पब्लिक प्रोसिक्यूटर भी रहे थे.

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