Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019किताबों से टीपू सुल्तान का हर जिक्र हटा देंगे: CM येदियुरप्पा

किताबों से टीपू सुल्तान का हर जिक्र हटा देंगे: CM येदियुरप्पा

कर्नाटक में फिर चर्चा का विषय बना टीपू सुल्तान

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
कर्नाटक में फिर चर्चा का विषय बना टीपू सुल्तान
i
कर्नाटक में फिर चर्चा का विषय बना टीपू सुल्तान
(फोटो: PTI)

advertisement

जयंती नजदीक आते ही कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर टीपू सुल्तान चर्चा में हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि स्कूल की किताबों में टीपू सुल्तान के इतिहास के चैप्टर्स को हटाया जाएगा.

‘हमारी सरकार राज्य की किताबों से टीपू सुल्तान के इतिहास के चैप्टर्स को हटाने का विचार कर रही है. ऐसे टॉपिक को किताबों में जगह नहीं मिलनी चाहिए.’
बीएस येदियुरप्पा, मुख्यमंत्री, कर्नाटक

येदियुरप्पा ने टीपू जयंती मनाने से भी इनकार कर दिया है.

कर्नाटक सीएम के इस बयान के बाद बीजेपी कर्नाटक ने ट्वीट कर लिखा, 'टीपू जयंती के पब्लिक सेलिब्रेशन को कैंसिल कर, सीएम ने तमाम कन्नड़ लोगों के गरिमा का मान रखा है. अगले स्टेप में, हमारे बच्चों को असली टीपू सुल्तान दिखाने के लिए किताबों को दोबारा लिखे जाने की जरूरत है. उन्हें हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार और उसके कन्नड़ विरोधी शासन के बारे में बताया जाना चाहिए'

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

येदियुरप्पा के इस बयान के बाद ट्विटर पर #TipuSultan ट्रेंड करने लगा. कुछ लोगों ने येदियुरप्पा के फैसले का समर्थन किया, तो वहीं कुछ इसके खिलाफ में हैं.

येदियुरप्पा का ये बयान कर्नाटक में बीजेपी विधायक मदकेरी अपाचू रंजन के बाद आया है. कुछ दिनों पहले, रंजन ने भी स्कूली किताबों से टीपू सुल्तान पर चैप्टर्स हटाने की मांग की थी. रंजन का कहना था कि इसमें गलत जानकारी दी गई है.

इसके बाद, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने भी रंजन के प्रपोजल पर कर्नाटक टेक्सटबुक सोसायटी के मैनेजिंग डायरेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी.

इसी साल जुलाई में, येदियुरप्पा की बीजेपी सरकार ने टीपू सुल्तान की जयंती पर होने वाले सेलिब्रेशन को बंद कर दिया था. कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती पर सेलिब्रेशन 2015 में सिद्धारमैया सरकार ने शुरू किया था.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT