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जयंती नजदीक आते ही कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर टीपू सुल्तान चर्चा में हैं. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि स्कूल की किताबों में टीपू सुल्तान के इतिहास के चैप्टर्स को हटाया जाएगा.
येदियुरप्पा ने टीपू जयंती मनाने से भी इनकार कर दिया है.
कर्नाटक सीएम के इस बयान के बाद बीजेपी कर्नाटक ने ट्वीट कर लिखा, 'टीपू जयंती के पब्लिक सेलिब्रेशन को कैंसिल कर, सीएम ने तमाम कन्नड़ लोगों के गरिमा का मान रखा है. अगले स्टेप में, हमारे बच्चों को असली टीपू सुल्तान दिखाने के लिए किताबों को दोबारा लिखे जाने की जरूरत है. उन्हें हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार और उसके कन्नड़ विरोधी शासन के बारे में बताया जाना चाहिए'
येदियुरप्पा के इस बयान के बाद ट्विटर पर #TipuSultan ट्रेंड करने लगा. कुछ लोगों ने येदियुरप्पा के फैसले का समर्थन किया, तो वहीं कुछ इसके खिलाफ में हैं.
इसके बाद, प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री एस सुरेश कुमार ने भी रंजन के प्रपोजल पर कर्नाटक टेक्सटबुक सोसायटी के मैनेजिंग डायरेक्टर से रिपोर्ट मांगी थी.
इसी साल जुलाई में, येदियुरप्पा की बीजेपी सरकार ने टीपू सुल्तान की जयंती पर होने वाले सेलिब्रेशन को बंद कर दिया था. कर्नाटक में टीपू सुल्तान की जयंती पर सेलिब्रेशन 2015 में सिद्धारमैया सरकार ने शुरू किया था.
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