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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में केंद्रीय बजट 2021-22 पेश किया. करीब एक घंटे 50 मिनट के भाषण में वित्त मंत्री ने सरकार की जमकर तारीफ की, लेकिन मोदी सरकार के बजट 2021 को विपक्ष ने खोखला करार दिया है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बजट के बाद सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “लोगों के हाथों में नकदी भूल जाइए, मोदी सरकार ने भारत की संपत्ति को अपने पूंजीवादी दोस्तों को सौंपने की योजना बनाई है.”
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने 100% दृष्टिहीन बजट बताया. उन्होंने कहा,
बता दें कि सरकार ने बजट में पेट्रोल-डीजल पर कृषि सेस लगाने का ऐलान किया है. पेट्रोल पर प्रति लीटर 2.50 रुपये और डीजल पर प्रति लीटर 4 रुपये का कृषि सेस लगाया गया है. इसपर डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि ये संघवाद पर एक और लूट है, राज्यों को राजस्व की लूट है.
बजट पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा, “यह बजट चंद बड़ी कम्पनियों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है. ये बजट महंगाई के साथ आम जन-मानस की समस्याएं बढ़ाने का काम करेगा.”
इसके अलावा शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बजट की कमियां गिनाते हुए ट्वीट किया. उन्होंने लिखा- सैलेरी क्लास के लिए टैक्स में कोई छूट नहीं है.
स्वाराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा, “PM KISAN बजट 2020-21 में 75 हजार से घटकर 2021-22 में 65 हजाक हो गया. मार्केट इंटरवेंशन स्कीम और प्राइस सपोर्ट स्कीम (MIS-PSS) बजट 2000 करोड़ से घटकर 1501 करोड़ रह गया. ये है बजट भाषण से परे असल बजट की खबर!”
बजट में वित्त मंत्री सीतारमण ने के एयरपोर्ट, सड़क को लेकर ऐलान पर लालूू यादव के बेटे और आरजेडी विधायक तेजस्वी यादव ने तंज कसा और ट्वीट कर पूछा कि बजट चल रहा है या सेल?
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि बजट में आंकड़ों की बाजीगरी के अलावा किसानों को देने के लिए कुछ भी ठोस नहीं है. उन्होंने कहा कि बजट में वेतनभोगी वर्गो और बेरोजगार युवाओं को कोई कर राहत नहीं दी गई है.
लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि वित्त मंत्री ने एक संतुलित बजट पेश किया है. कोरोना से सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया प्रभावित है उसके बावजूद बजट में हर वर्ग ध्यान रखा गया है. इस महामारी के दौरान इससे संतुलित बजट नहीं हो सकता.
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