Home News India 'बिन रेवड़ी की मिठाई', 'बेड़ा पार बजट'..- देश के 10 बड़े अखबारों की सुर्खियां
'बिन रेवड़ी की मिठाई', 'बेड़ा पार बजट'..- देश के 10 बड़े अखबारों की सुर्खियां
Budget 2023 Newspapers Headlines: नवभारत टाइम्स ने अपनी हेडलाइन में लिखा - 'बेडा पार बजट'
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भारत
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'अमृतकाल सब खुशहाल', 'बेडा पार बजट'- बजट पर देश के 10 बड़े अखबारों की हेडलाइन
(फोटो: शादाब मोइज़ी)
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया. कुल 45 लाख करोड़ के बजट में कई सेक्टर्स को पहले से ज्यादा पैसा मिला, तो कई सेक्टर्स के रकम में कटौती की गई. बजट पर आम लोगों को साथ-साथ बिजनेस एक्सपर्ट और तमाम मीडिया संस्थानों, अखबारों की भी नजर रहती है.
ज्यादातर अखबार बजट पर विशेष कवरेज करते हैं. इस बार भी बजट की काफी कवरेज देखने को मिली, जिसमें अखबारों ने एक से एक रोचक हेडलाइन लगाई है. जनसत्ता ने लिखा कि 'अमृतकाल सब खुशहाल.
राष्ट्रीय सहारा ने हेडलाइलन में बजट में घोषित की गई नई टैक्स व्यवस्था का उल्लेख करते हुए लिखा- '7 लाख तक नो टैक्स'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
टेलिग्राफ ने अडानी का जिक्र किया. अडानी ग्रुप ने अपना FPO रद्द करते हुए निवेशकों के पैसे लौटाने की घोषणा करके सबको चौंका दिया. इसी को बजट से जोड़ते हुए टेलिग्राफ ने हेडलाइन में लिखा- 'अडानी ने खत्म किया बजट का स्वैग'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
पंजाब केसरी ने अपने बजट में सरकार की तारीफ करते हुए हेडलाइन लगाई- 'बुलंद भारत की तस्वीर'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
नवभारत टाइम्स ने अपनी हेडलाइन में लिखा - 'बेडा पार बजट'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
नवोदय टाइम्स ने मिडिल क्लास को मिली राहत का जिक्र किया. हेडलाइन में लिखा- 'मिडिल क्लास को मन भर'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
जनसत्ता ने अपनी हेडलाइन में लिखा- 'अमृतकाल सब खुशहाल'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
हिंदुस्तान अखबार ने लिखा - 'अमृतकाल में लंबी छलांग का संकल्प'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
बिजनेस के बड़े अखबार फाइनेन्शियल एकस्प्रेस ने लिखा- 'बिन रेवड़ी की मिठाई'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
हिंदी अखबार अमर उजाला ने हेडलाइन में लिखा- 'मध्यवर्ग की ली सुध...सात लाख आय तक कर नहीं, महिला-बुजुर्गों को भी राहत'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
मराठी अखबार लोकमत ने बजट की व्यापक कवरेज करते हुए हेडलाइन में लिखा- 'सामान्य वर्ग के लिए धन का योग'
(फोटो: स्क्रीनग्रैब)
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