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देश के कई राज्यों में मंगलवार 3 नवंबर को एक साथ उपचुनाव हुए. 10 राज्यों की कुल 54 सीटों पर ये उपचुनाव कराए गए. जिनमें से सबसे ज्यादा 28 सीटें मध्य प्रदेश से हैं. जहां पर सिंधिया समर्थक कई विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया था और कमलनाथ सरकार गिर गई थी. अब इन सीटों पर चुनाव बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए काफी अहम हैं. मध्य प्रदेश में वोटिंग टर्नआउट काफी बेहतर रहा. यहां करीब 66 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया. वहीं अन्य राज्यों का मतदान प्रतिशत भी काफी अच्छा रहा.
इन उपचुनावों के लिए मतदान के दौरान कुछ जगहों पर छुटपुट हिंसा की घटनाएं भी देखने को मिलीं. मध्य प्रदेश के उपचुनाव में कुल 355 उम्मीदवार मैदान में थे. लेकिन वोटिंग के दौरान मुरैना और भिंड के कुछ विधानसभा क्षेत्रों में हिंसा की खबरें सामने आईं, कुछ जगहों पर गोली चलने की घटना भी हुई. जिसे लेकर पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया. शाम 7 बजे तक मध्य प्रदेश में वोटिंग टर्नआउट 66.37 फीसदी रहा.
उत्तर प्रदेश की कुल 7 सीटों पर उपचुनाव हुआ. सभी सीटों पर शांतिपूर्वक मतदान हुआ. शाम 7 बजे तक 51.57% वोटिंग टर्नआउट दर्ज किया गया. हालांकि अभी वोटिंग प्रतिशत में कुछ इजाफा हो सकता है. यूपी में भी बीजेपी और विपक्षी दलों के लिए ये 7 सीटें काफी अहम मानी जा रही हैं.
लेकिन यहां पर अमरोहा के एक विधानसभी सीट पर एक गांव के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया. इसके बाद नौगावां सादात विधानसभा क्षेत्र में सब्दलपुर शुमाली में जिलाधिकारी उमेश मिश्र लोगों को समझाने पहुंचे लेकिन लोग नहीं माने. दरअसल गांव से हसनपुर तक 7 किमी सड़क का निर्माण न होने से लोग नाराज हैं. डीएम ने 10 नवंबर से सड़क बनवाने का आश्वासन दिया है. इसके बाद भी लोग वोट नहीं डालने की जिद पर अड़े रहे. इस गांव में 663 वोटर हैं.
सातों सीटों पर कुछ ऐसा रहा मतदान-
गुजरात में भी 3 नवंबर को 8 सीटों पर उपचुनाव हुआ और लोगों ने जमकर वोटिंग की. यहां शाम 7 बजे तक कुल वोटिंग टर्नआउट 57.98% रहा. सभी सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ. यहां बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच टक्कर है. गुजरात की अमरेली, बोताड, डांग्स, कच्छ, मोरबी, सुरेंद्रनगर, वडोदरा और वालसाड सीटों पर उपचुनाव था.
कर्नाटक और झारखंड में भी 3 नवंबर को उपचुनाव को लिए वोटिंग हुई. दोनों राज्यों की 2-2 सीटों पर उपचुनाव था. कर्नाटक में शाम 7 बजे तक कुल 51.3 फीसदी वोट डाले गए, वहीं झारखंड में वोटिंग टर्नआउट 62.51 प्रतिशत तक रहा. दोनों ही राज्यों से किसी तरह की हिंसा की खबर नहीं आई. हालांकि इस दौरान कर्नाटक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने आरोप लगाया कि बीजेपी उम्मीदवार ने राजराजेश्वरी नगर सीट में 42 हजार फर्जी वोटर्स को शामिल किया है. झारखंड की बोकारो और दुमका सीट पर उपचुनाव हुआ. वहीं कर्नाटक की बीबीएमपी (सेंट्रल) और तुमकुर सीट पर उपचुनाव हुआ.
नागालैंड और ओडिशा में भी 2-2 सीटों पर उपचुनाव था. दोनों राज्यों में मतदान प्रतिशत काफी बेहतर रहा. नागालैंड में 83.69 फीसदी वोटिंग टर्नआउट रहा, जबकि ओडिशा में 68.08 फीसदी लोगों ने वोट डाले. नागालैंड की अंगामी-1 और पुंगरो किफिर सीट पर मतदान हुआ, जबकि ओडिशा की तीर्तोल और बालासोर विधानसभा पर उपचुनाव था. दोनों ही जगह सुबह से लेकर शाम तक की वोटिंग के दौरान कोई घटना सामने नहीं आई.
इन सभी राज्यों के अलावा हरियाणा, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की एक-एक सीट पर उपचुनाव के लिए वोट डाले गए. हरियाणा की सोनीपत सीट पर उपचुनाव हुआ और 68 फीसदी टर्नआउट रहा, जबकि छत्तीसगढ़ की गौरेला पेंड्रा मरवाही सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई, जिसमें 77.25 फीसदी मतदान हुआ. तेलंगाना की सिद्दिपेट सीट पर 82.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.
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