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कैराना से पालघर और गोंदिया-भंडारा उपचुनाव में बड़े पैमाने पर EVM खराब होने की घटनाओं ने हड़कंप मचा दिया है. विपक्ष का आरोप है इसमें बड़ा खेल है. चुनाव आयोग जवाब नहीं दे पा रहा है कि 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में ही ईवीएम इस बुरी तरह से पस्त क्यों हो गई.
कैराना लोकसभा चुनाव पीएम मोदी और सीएम योगी दोनों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल हैं. इसमें संयुक्त विपक्ष की ताकत का भी टेस्ट होगा इसलिए कांटे की टक्कर है. इसी तरह पालघर लोकसभा उपचुनाव में महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार के सहयोगी बीजेपी और शिवसेना के बीच ठन गई है.
कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा में तो 170 ईवीएम खराब होने से हजारों वोटरों पर असर पड़ा है. एसपी नेता अखिलेश यादव आरोप है कि करीब 43 डिग्री की गर्मी में वोट डालने आए वोटर गर्मी में हलाकान हैं.
ईवीएम खराब होने के चलते कई बूथों पर वोटिंग बुरी तरह प्रभावित हुई.
सोमवार सुबह वोटिंग शुरू होने के साथ ही कैराना और नूरपुर दोनों जगहों के अलग-अलग बूथों से ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आने लगीं. कई जगहों पर लोग तेज धूप में वोट डालने के लिए इंतजार करते रहे.
कैराना के कई बूथों पर ईवीएम खराब होने के चलते घंटों वोटिंग नहीं हो पाई. इस वजह से वोटरों में खासा गुस्सा देखा गया. तमाम वोटर बिना मताधिकार का इस्तेमाल किए ही लौट गए.
राष्ट्रीय लोक दल और समाजवादी पार्टी ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की. आरएलडी की उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी में कहा कि कैराना के करीब 170 बूथों पर ईवीएम में गड़बड़ी की खबर है.
आरएलडी और एसपी दोनों की ओर से चुनाव आयोग को ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर कई पत्र लिखे गए.
कैराना और नूरपुर के 170 से ज्यादा बूथों पर ईवीएम खराब होने को लेकर एसपी चीफ अखिलेश ने नाराजगी जताई. अखिलेश ने ट्विटर पर लिखा, ‘हजारों ईवीएम में खराबी की शिकायतें आ रहीं हैं. किसान, मजदूर, महिलाएं और नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतजार में भूखे-प्यासे खड़े हैं. ये तकनीकी खराबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साजिश. इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद की हिल जाएगी.’
कैराना लोकसभा सीट से आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम हसन ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत की है. इस दौरान तबस्सुम हसन ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मुझे लगातार शिकायतें मिल रहीं हैं. उन्हें (बीजेपी) को उम्मीद नहीं थी कि रमजान के दौरान इतने लोग वोट करने के लिए निकलेंगे. उनकी शुरुआती रणनीति यही थी. इसीलिए रमजान के दौरान इलेक्शन रखा गया, क्योंकि रमजान के दौरान मुस्लिम लोग वोट नहीं करते.’
तबस्सुम ने कहा कि जब बीजेपी की शुरुआती रणनीति फेल हो गई, तो अब ईवीएम में गड़बड़ी की जा रही है.
महाराष्ट्र के पालघर और भंडारा गोंजिया के कई बूथों से भी ईवीएम में खराबी की खबरें आईं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पालघर लोकसभा क्षेत्र में 283 और भंडारा गोंदिया क्षेत्र में 100 ईवीएम खराब होने की खबर है.
हालांकि, भंडारा-गोंदिया के जिलाधिकारी अभिमन्यु काले ने एएनआई को दिए बयान में कहा, ‘35 पोलिंग बूथों पर ईवीएम खराब होने की वजह से अस्थाई रूप से वोटिंग बंद हो गई.’
एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने आरोप लगाया है कि ईवीएम का खराब होना बेहद चिंताजनक है. ईवीएम पर यूरोपीय देशों ने भी पाबंदी लगा दी है इसलिए भारत को भी इस बारे में सोचना चाहिए. प्रफुल्ल पटेल ने दावा किया कि उनकी एसपी नेता अखिलेश यादव से बातचीत हुई है जिसके मुताबिक कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा की 300 से ज्यादा ईवीएम खराब पड़ी हैं.
चुनाव आयोग ने अभी तक खराब ईवीएम की कुल संख्या नहीं बताई है. कुछ मीडिया रिपोर्ट में आयोग के हवाले से बयाया गया है कि जब तक वोटर आएंगे तब तक वोटिंग चलेगी, अगर 6 बजे के बाद जारी रखनी पड़ी तो वो भी की जाएगी.
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