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फ्रांस से लड़ाकू विमान रफाल की खरीद को लेकर राजनीतिक घमासान तेज होती जा रही है. विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर गुरुवार को संसद में भारी हंगामा हुआ.
राहुल गांधी जहां इस सौदे में घोटाले की आशंका जताते हुए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. उन्होंने इस डील से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग की है. वहीं अब सरकार भी इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ काफी आक्रामक हो गई है
राहुल गांधी पर तंज करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि इस तरह के आरोप लगाकर वो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर समझौता कर रहे हैं. इस बारे में उन्होंने प्रणब मुखर्जी से सीख लेने की सलाह दी.
जेटली ने कहा, ‘‘ मेरा आरोप है कि वो (राहुल गांधी)भारत की सुरक्षा से गंभीर समझौता कर रहे हैं.'' साल 2018..19 के केंद्रीय बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए जेटली ने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप रहे हैं, ऐसे में अब वो एनडीए सरकार में भ्रष्टाचार तलाशने की कोशिश कर रही है. उसे कुछ नहीं मिला तो राफेल का मुद्दा उठा रहे हैं .
इस बारे में कांग्रेस सदस्य शशि थरूर के सवाल उठाने पर जेटली ने कहा, ‘‘आपकी पार्टी के अध्यक्ष ने ऐसे आरोप राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर गढ़े हैं. ''
जेटली ने इसे लेकर कांग्रेस के जमाने में उनके मंत्री के दिए जवाबों का हवाला दिया.
जेटली के जवाब के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सदन में आए और वो कुछ कहना चाह रहे थे. लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें परमिशन नहीं दी. इस पर कांग्रेस सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे .
बता दें कि पिछले कुछ समय से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के सदस्य राफेल सौदे का मुद्दा उठा रहे हैं और इसको लेकर मौजूदा सरकार पर सबसे बड़े घोटाले का अारोप लगा रहे हैं.
(-इनपुट भाषा से)
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