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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती सीबीआई जांच के घेरे में आई गईं हैं. सीबीआई ने साल 201-11 में हुए 21 चीनी मिलों की बिक्री और 1179 करोड़ के कथित चीनी मिल घोटाला मामले की जांच शुरू कर दी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर हुए इस घोटाले का मामला योगी सरकार ने 12 अप्रैल को सीबीआई को सौंप कर चीनी मिलों की बिक्री की पूरी कार्रवाई देखने के लिए कहा था. सीबीआई इस मामले में फर्जी कंपनियों और दस्तावेजों के उपयोग की जांच करेगी.
सीबीआई ने पूरे मामले को टेकओवर कर जांच शुरू कर दी है. सीबीआई ने बिक्री के दस्तावेजों की समीक्षा करनी शुरू कर दी है.
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मायावती सरकार के पूर्व मंत्री और उनके करीबी सहयोगी रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पिछले साल दावा किया था कि चीनी मिलों को उस समय की मुख्यमंत्री मायावती और बीएसपी के महासचिव सतीश मिश्रा के निर्देशों पर बेचा गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई इस घोटाले में शामिल "राजनेता, नौकरशाहों और व्यापारियों" की भूमिका को देख रही है. इस मामले में कई नेता और अधिकारी के शामिल होने की आशंका है. मायावती पर जल्द ही एफआईआर भी दर्ज हो सकती है.
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