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दिल्ली (Delhi) के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) पर सीबीआई (CBI) ने शराब नीति में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर रेड की. मनीष सिसोदिया के घर और आवास पर सीबीआई की यह रेड 12 घंटो से ज्यादा चली. सीबीआई ने इस कथित आबकारी नीति घोटाले पर एफआईआर में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 15 आरोपियों का नाम शामिल किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित 31 ठिकानों पर CBI की छापेमारी के बाद कुछ महत्त्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड बरामद किए गए हैं. CBI की इस रेड के बीच दिल्ली में आज दिनभर सियासी उठक पटक जारी रही. इस पूरे घटनाक्रम ने दिनभर आज क्या हुआ आइए आपको बताते हैं.
सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के दिल्ली स्थित घर और सात राज्यों में 31 अन्य जगहों पर तलाशी ली. भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने की अनिवार्य मंजूरी उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दी थी.
एनडीटीवी में छपी खबर के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि 14 घंटे की छापेमारी के दौरान एजेंसी के अधिकारियों ने एक लोक सेवक के घर से नई आबकारी नीति से संबंधित गोपनीय आधिकारिक फाइलें जब्त कीं. इसकी बरामदगी के स्थान का अभी खुलासा नहीं हुआ है. अभी तक कोई नकद वसूली नहीं हुई है. आगे भी तलाशी जारी रहने की उम्मीद है.
अपनी FIR में, सीबीआई ने दावा किया कि एक शराब व्यापारी ने मनीष सिसोदिया के एक सहयोगी की प्रबंधित एक कंपनी को एक करोड़ रूपए का भुगतान किया है. इस एफआईआर में नामजद 15 लोगों की सूची में मनीष सिसोदिया नंबर एक पर हैं.
सीबीआई का कहना है कि मनीष सिसोदिया ने एक नई नीति पेश की कि दिल्ली में केंद्र के प्रतिनिधि उपराज्यपाल की अनुमति के बिना दिल्ली में शराब बेचने की अनुमति किसे दी जाएगी. नई नीति नवंबर में पेश की गई थी और जांच की घोषणा के बाद 30 जुलाई को वापस ले ली गई थी.
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक FIR में डिप्टी सीएम को आरोपी नंबर 1 के रूप में नामित किया गया है और कहा गया है कि बिचौलियों ने अवैध परितोषण की सुविधा प्रदान की.“मनीष सिसोदिया, उपमुख्यमंत्री; अरवा गोपी कृष्णा, तत्कालीन आयुक्त (आबकारी); आनंद तिवारी, तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी); और पंकज भटनागर, सहायक आयुक्त (आबकारी) ने सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना 2021-22 के लिए उत्पाद नीति से संबंधित निर्णय लेने और निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, ताकि लाइसेंसधारियों को निविदा के बाद अनुचित लाभ दिया जा सके.
रेड के दौरान मनीष सिसोदिया के आवास के पास सीआरपीसी की धारा 144 लागू रही. जिसकी वजह से मथुरा रोड पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल सहित पुलिस कर्मियों की तैनाती भी थोड़ी बढ़ा दी गई. इसके साथ ही मनीष सिसोदिया के आवास पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा छापेमारी के विरोध में 19 अगस्त को आम आदमी पार्टी (आप) के कई समर्थकों को हिरासत में भी लिया गया था.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक पार्टी समर्थक मथुरा रोड स्थित डिप्टी सीएम के आवास पर पहुंचे और विरोध किया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई मनीष सिसोदिया के घर पहुंची है "जिस दिन दिल्ली के शिक्षा मॉडल की प्रशंसा की गई" और मनीष सिसोदिया की तस्वीर न्यूयॉर्क टाइम्स के पहले पन्ने पर आ गई. उन्होंने कहा, "पहले भी छापे मारे गए हैं, लेकिन कुछ भी नहीं निकला और इस बार भी कुछ नहीं निकलेगा."
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सीबीआई जांच के डर ने अरविन्द केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को सीबीआई छापों को शिक्षा क्षेत्र में अपने काम से जोड़ने के लिए मजबूर किया है. अनुराग ठाकुर ने कहा, "आबकारी नीति में भ्रष्टाचार ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया का असली चेहरा उजागर कर दिया है."
कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई दिखावटी और खोखली है.उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल भारत को नंबर 1 बनाने की बात करते हैं, लेकिन इससे पता चलता है कि वह दिल्ली और पंजाब को भ्रष्टाचार में नंबर 1 बना रहे हैं."
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