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यूपी के हाथरस में 19 साल की दलित लड़की की कथित रेप के बाद हत्या के केस को सीबीआई ने टेकओवर कर लिया है. ऐसा करते ही एजेंसी ने छानबीन तेज कर दी है. सीबीआई की टीम 13 अक्टूबर को क्राइम सीन पर पहुंची. वारदात वाली जगह पीड़िता के घर से करीब 500 मीटर दूर है. इसी खेत में 14 सितंबर को युवती पर हमला किया गया था. सीबीआई की टीम के साथ पीड़िता का भाई भी मौके पर मौजूद रहा.
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता की मां को भी घटनास्थल पर ले जाया गया था. टीम छह गाड़ियों में पहुंची, जिनमें 15 अधिकारी थे. घटना स्थल पर सबूत इकट्ठे किए गए. घटना स्थल पर लोगों को रोकने के लिए पुलिस तैनात रही.
सीबीआई की टीम के पहुंचने से पहले घटनास्थल के आसपास पूरे 1.5 किलोमीटर की परिधि को सील कर दिया गया. इससे पहले तक यहां सभी लोगों का आना-जाना हो रहा था, लेकिन 13 अक्टूबर को किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं मिली.
इससे पहले सीबीआई ने हाथरस के मुख्य आरोपी के खिलाफ गैंगरेप, हत्या का प्रयास और हत्या के साथ एससी-एसटी ऐक्ट के तहत FIR दर्ज की थी.
पीड़िता के पिता की 13 अक्टूबर सुबह अचानक तबीयत बिगड़ गई. उनका अचानक बीपी बढ़ गया. मृत युवती की मां, और बुआ को हॉस्पिटल लाया गया और ईसीजी कराया गया. पीड़ित परिवार के घर पहुंची चिकित्सकों की टीम से परिजनों ने कोरोना टेस्ट कराने से मना कर दिया था.
रात में ही लड़की के पिता परिवार के साथ लखनऊ से लौटे थे. सीएमओ डॉ ब्रजेश राठौर भी गांव पहुंचे. हालात खराब होने पर पीड़िता के पिता को हाथरस ले जाया जा सकता है.
हाथरस मामले में जांच अधिकारी नियुक्त की गईं डीएसपी सीमा पाहूजा के अन्य सदस्यों के साथ हाथरस आने की सूचना पर पुलिस की टीमें घटनास्थल के साथ ही पीड़िता के घर के आसपास भी मुस्तैद रहीं.
हाथरस के एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि सीबीआई टीम ने जांच के दौरान जुटाए गए सबूतों और केस डायरी समेत केस से जुड़े डॉक्यूमेंट्स मांगे थे. एक सीनियर पुलिसकर्मी ने बताया कि जांच के लिए सीबीआई के 15 अधिकारियों के अगले कुछ हफ्ते हाथरस में रहने की संभावना है.
14 सितंबर को हाथरस के बुलगड़ी में हुई घटना के मामले में पुलिस ने युवती के भाई की तहरीर के आधार पर जानलेवा हमला और एससी-एसटी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था. घटना के आरोपी संदीप ठाकुर को पुलिस ने 19 सितंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद इस मुकदमे में पीड़िता के बयानों के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गईं और तीन अन्य आरोपियों के नाम शामिल किए गए. 26 सितंबर तक अन्य तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया था.
(इनपुट- आईएएनएस)
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