Home News India मंदी पर बोले गडकरी - ये एक कठिन दौर है जो गुजर जाएगा
मंदी पर बोले गडकरी - ये एक कठिन दौर है जो गुजर जाएगा
गडकरी ने कहा- सरकार ने रखा है साल 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य
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भारत
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केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
(फोटोः Quint Hindi)
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केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सुस्त होती अर्थव्यवस्था पर कहा है कि ये फिलहाल का मुश्किल समय है, जिससे सरकार जल्द ही पार पा लेगी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने साल 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रोड सेफ्टी पर क्विंट के एक इवेंट में बोल रहे थे.
इकोनॉमी में तीन बातें महत्वपूर्ण हैं. कभी-कभी ग्लोबल इकोनॉमी के कारण, कभी डिमांड एंड सप्लाई के कारण और कभी-कभी बिजनेस साइकल के कारण...हर प्रकार के बिजनेस में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. मुझे लगता है कि ये (सुस्त अर्थव्यवस्था) एक दौर है... हम तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं और 2030 तक हमने दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मिशन रखा है. निश्चित तौर पर हम इसमें कामयाब होंगे. फिलहाल ये मुश्किल समय है, इससे हम निकल जाएंगे.
नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री
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‘NHAI को नहीं पैसे की किल्लत, कर्ज में डूबने की खबरें गलत’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से जब ये सवाल किया गया है कि क्या NHAI पर कर्ज बढ़ रहा है. इस पर उन्होंने कहा-
NHAI देश के सबसे धनी संस्थानों में से एक है. कल मेरी एसबीआई चेयरमैन से मीटिंग हुई है. मैंने इतना ही कहा कि प्रोजेक्ट आर्थिक रूप से व्यवहारिक और गैर-व्यवहारिक होने चाहिए. हिंदुस्तान में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 20 साल के लिए कर्जा मिलता है. दुनिया के बाकी देशों में तीस साल के लिए मिलता है. मुझे पांच बैंकों के चेयरमैन 50-50 हजार करोड़ रुपये लेकर पीछे पड़े हैं कि हम देने के लिए तैयार हैं. दूसरा अगर कर्जा है, तो एसेट भी है. अगर NHAI पर पौने दो लाख का कर्जा है तो उसके पास एसेट कितना है...सात-आठ लाख करोड़ से ज्यादा का है.
उन्होंने कहा, 'एक बार हम टोल शुरू करते हैं तो पैसा वसूल करने के बाद भी टोल चालू रहता है. अभी भूमि अधिग्रहण का कॉस्ट और कंस्ट्रक्शन कॉस्ट और टोल का इनकम. 20 साल में हमारे पास ऐसे 450 प्रोजेक्ट हैं, जो आर्थिक रूप से व्यवहारिक हैं.'