advertisement
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चंदौली (Chandauli) जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के सिकटिया (Sikatia) और तारनपुर (Taranpur) (दुसधान) गांव के लोग 13 नवंबर शनिवार को सुबह आमने-सामने आ गए और दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई. विवाद इतना बढ़ गया कि सुबह सिकटिया चौराहे पर तारनपुर गांव के एक युवक की पीट-पीटकर हत्या (Murder) कर दी गई.
जबकि एक अन्य युवक जान बचाकर जैसे-तैसे भागा. जिसके बाद दुसधान बस्ती के लोगों ने शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया और डीएम व एसपी को बुलाने की मांग करने लगे. बवाल को देखते हुए तीन थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई है. और सूचना मिलते ही डीएम, एसपी समेत विधायक भी मौके पर पहुंच गईं.
दरअसल सिकटिया चौराहे पर बबलू पासवान की चाय-पान और कमला यादव की मिठाई की गुमटी (दुकान) है. बबलू और कमला के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया. आरोप है कि कमला यादव ने अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर बुधवार रात को बबलू पासवान की गुमटी फूंक दी. इसके बाद गुरुवार को दोनों पक्ष अलीनगर थाने पहुंचे.
यहां पुलिस पुलिस ने मामले को रफा-दफा कर दिया. जिसके बाद शुक्रवार रात को कमला यादव की गुमटी में भी आग लगा दी गई. अगले दिन शनिवार सुबह तारनपुर दुसधान बस्ती के दो युवक 19 वर्षीय विशाल पासवान और 20 वर्षीय शेरू सिकटिया जैसे ही चौराहे पर पहुंचे तो वहां पहले से ही लाठी-डंडे से लैस ग्रामीण दोनों युवकों पर टूट पड़े.
यहां से शेरू तो जैसे-तैसे जान बचाकर भाग निकला, लेकिन विशाल की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. जानकारी होते ही दुसधान बस्ती के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई. इसके बाद डीएम, एसपी और विधायक मौके पर पहुंचे तो लोगों ने आक्रोश जताय.
मौके पर पहुंची मुगलसराय से बीजेपी विधायक साधना सिंह ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराज होते हुए कहा कि, ऐसी आपकी कैसी व्यवस्था है कि इतने बड़े गुंडे हो गए हैं. उत्तर प्रदेश की फोर्स बुला लीजिए. समाजवादी के गुंडे बने हुए हैं, अब सपा की सरकार 20 साल नहीं आनी है, भूल जाओ तुम लोग. मुझे ये उम्मीद नहीं थी कि हत्या तक हो जाएगी यहां.
विधायक ने पुलिस से यहां तक कहा कि,
एसपी अंकुर अग्रवाल ने कहा कि, सुबह दो पक्षों के बीच में विवाद हुआ, जिसमें बताया गया है कि एक पक्ष के 8-9 लोगों ने एक व्यक्ति के सिर पर लाठी और ईंट मारकर मर्डर कर दिया है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और 302 के साथ-साथ एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है. जो लोग नामजद हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम निकाली गई है और यहां सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स तैनात कर दी गई है.
एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि इन दोनों में पहले से विवाद की बात भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि छठ पूजा को लेकर कोई पोस्टर लगाये गये थे, जिनमें से कुछ फटे थे. इसी से विवाद शुरू हुआ, इसको लेकर भी जांच की जा रही है कि पोस्टर किसने फाड़े थे. जांच के लिए सीसीटीवी की मदद ली जा रही है.
गृहमंत्री अमित शाह और सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 13 नवंबर को चंदौली के पास ही वाराणसी में मौजूद थे, जहां सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी थी, लेकिन उसके पास के जिले में ही ये बड़ी वारदात हुई है.
इनपुट- चंदन पांडे
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)