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छठ पूजा (Chhath Puja) आने के साथ ही यमुना की सफाई को लेकर दिल्ली में सियासी संग्राम शुरू हो गया है. छठ पूजा में सरकारी व्यवस्थाओं को लेकर आप सरकार, बीजेपी नेताओं के साथ ही उपराज्यपाल के निशाने पर भी है. अभी तक दूसरे मुद्दों में फंसी पार्टियों को यमुना तब याद आईं जब छठ पूजा शुरू हो रहा है. ये पार्टियों के लिए और सूट करता है क्योंकि आने वाले समय में दिल्ली MCD का चुनाव होना है. यमुना की सफाई को लेकर बीजेपी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है. आम आदमी पार्टी ने भी यमुना नदी के जहरीले झाग को खत्म करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड की एक टीम को लगा दिया है, जो नदी की सतह पर केमिकल का छिड़काव कर रही है.
छठ पूजा पर याद आई यमुना की सफाई
आप ने यमुना में केमिकल का किया छिड़काव
बीजेपी बता रही जहरीला केमिकल
बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने केमिकल छिड़काव पर अधिकारी से की अभद्रता
आप का जवाब हर केमिकल जहर नहीं होता, ये केंद्र का सुझाव
छठ की व्यवस्थाओं पर उपराज्यपाल का केजरीवाल को नसीहत
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यमुना नदी में केमिकल छिड़काव की तैयारियों के दौरान पहुंचे बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा दिल्ली जल बोर्ड निगम के अधिकारी पर भड़क गए और अभद्र भाषा का उपयोग किया. आम आमदी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने इसका वीडियो अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर शेयर किया है, जिसमें बीजेपी ने को अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते साफ सूना जा सकता है. वो अधिकारी को बोलते सूने जा सकते हैं कि “क्या ये केमिकल तेरे सर पर डाल दूं.
इसी में एक और वीडियो है, जिसमें शख्स अपने आप को आम जनता बता रहा है और बीजेपी सांसद से सवाल कर रहा है कि इससे पहले आप कहां थे. आपको पता है कि केमिकल का क्या नाम है? क्या अधिकारियों को पता नहीं कि ये जनता के लिए ठीक है कि नहीं यहां नेतागिरी मत करिए. इसका जवाब बीजेपी सांसद नहीं दे पाए और आगे बढ़ गए. वो जैसे ही आगे बढ़े जल बोर्ड निगम के अधिकारी से भिड़ गए और अभद्र भाषा का प्रयोग किया.
बीजेपी सांसद यहीं नहीं रूके. उन्होंने ट्वीट कर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने लिखा कि “ ‘बड़े शर्म की बात है कि 7 साल में 5500 करोड़ रूपये यमुना सफाई के नाम पर बर्बाद करने के बाद भी @ArvindKejriwal को छठ पूजा से पहले यमुना जी के पवित्र पानी में जहर मिलाना पड़ रहा है। यह जानलेवा अपराध नहीं है तो क्या है…?’
वहीं, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने यमुना जी को साफ करने की जगह केजरीवाल ने उनको और जहरीला बना डाला.
बीजेपी के आरोपों पर आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट करते हुए पलटवार किया कि “बीजेपी नेताओं में जानकारी का अभाव है. केंद्र सरकार के नमामी गंगे ने भी सुझाव दिया हुआ है कि anti फोमिंग एजेंट इस्तेमाल करने हैं. हर केमिकल जहर नहीं होता.
दरअसल, दिल्ली में बसे पूर्वांचल (यूपी, बिहार, झारखंड) के लोग यमुना के किनारे छठ पूजा करते हैं. इनकी एक बड़ी आबादी है जो दिल्ली की सियासत में फेरबदल करने का मादा रखती है. इसी को भुनाने के लिए बीजेपी, आप और कांग्रेस के बीच सियासी संघर्ष रहता है. अब छठ पूजा आई है तो सभी पार्टियों को यमुना की सफाई याद आई है.
वहीं, एक दूसरे वीडियो में स्थानीय पूर्वांचली लोगों ने दिल्ली सरकार के अफसरों को धमकाने पर बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा और तजिंदर पाल सिंह बग्गा को टोकते हुए उनसे बहस करते दिखे और उन्हें जमकर खरी-खरी सुनाई.
राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा व्यवस्था को लेकर उपराज्यपाल विनय सक्सेना और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच चल रही खींचतान जारी है. 14 अक्टूबर को आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि आम आदमी पार्टी सरकार ने छठ पूजा के लिए 25 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और राष्ट्रीय राजधानी में 1,100 स्थलों पर व्यवस्था की है. इससे पहले दिल्ली में सिर्फ 69 स्थानों पर ही छठ पूजा होती थी.
वहीं, केजरीवाल ने 21 अक्टूबर को ट्वीट किया था कि, 'यमुना के घाटों पर पहले की तरह छठ पूजा मनाई जाएगी और सभी अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि यमुना प्रदूषित न हो इसके लिए सभी इंतजाम किए जाएंगे.
वहीं, छठ पूजा पर सरकारी इंतजाम को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी आप पर हमलावर हैं. यमुना के किनारे घाटों पर छठ पूजा उत्सव को अपनी मंजूरी देने के बाद दिल्ली के गवर्नर वीके सक्सेना ने बुधवार को कहा कि केजरीवाल "भ्रामक और समयपूर्व प्रचार" बंद करें और भक्तों के लिए साफ घाट और पानी सुनिश्चित करें.
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