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नवरात्रि, दुर्गा पूजा की तरह ही छठ पूजा भी हिंदुओं का खास त्योहार है. बिहार में इस त्योहार पर एक अलग तरह का उत्साह देखने को मिलता है. छठ पूजा खास तौर पर सूर्य देव की उपासना का पर्व है. पौराणिक कथाओं के मुताबिक, छठ माता को सूर्य देवता की बहन बताया गया है. ऐसी मान्यता है कि सूर्य उपासना करने से छठ मइया प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार में शांति लाती हैं. इस साल छठ पूजा 2 नवंबर को पड़ रही है.
देश के अलग-अलग शहरों में काम कर रहे लोग इस त्योहार पर अपने घर जाते हैं. ऐसे में भारतीय रेलवे की ओर से छठ पूजा को लेकर स्पेशल ट्रेनों की सौगात दी गई है. अगर आप भी इस साल छठ में घर जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं उन ट्रेनों के बारे में जो भारतीय रेलवे की ओर से छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए चलाई जा रही हैं. इन ट्रेनों की बुकिंग के लिए आप आरसीटीसी (IRCTC) की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं.
ट्रेन नंबर 04997 वाराणसी-बठिंडा स्पेशल 7 अक्टूबर से 4 नंवबर के बीच हर सोमवार रात 9.20 बजे वाराणसी से चलेगी. यह ट्रेन लखनऊ देर रात 2.00 बजे पहुंचेगी. यहां से ट्रेन अगले दिन शाम 7.15 बजे बठिंडा पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04419 लखनऊ- निजामुद्दीन स्पेशल 10 अक्टूबर से 7 नंवबर तक प्रत्येक गुरुवार शाम 7.05 बजे छूटेगी और निजामुद्दीन अगली सुबह 5.30 बजे पहुंचेगी.
ट्रेन नंबर 04421 लखनऊ-आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल 8 अक्टूबर से 5 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार शाम 7.05 बजे छूटेगी और दूसरे दिन सुबह 5.15 बजे आनंद विहार टर्मिनल पहुंचाएगी.
ट्रेन नंबर 04923 गोरखपुर-चण्डीगढ़ स्पेशल 4 अक्टूबर से 1 नवंबर तक प्रत्येक शुक्रवार गोरखपुर से रात 10.10 बजे चलेगी. यह ट्रेन लखनऊ तड़के 3.10 बजे आएगी. यहां से यह ट्रेन दोपहर 2.25 बजे चण्डीगढ़ पहुंच जाएगी.
04073 वाराणसी-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन 24, 27, 30 अक्टूबर और 2 नवंबर को वाराणसी से सुबह 9.50 बजे चलेगी. यह ट्रेन चारबाग उसी दिन शाम 4.05 बजे आएगी. यहां से ट्रेन रवाना होकर यह देर रात 1.45 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी.
04045 गोरखपुर-आनंद विहार टर्मिनल स्पेशल 27 अक्टूबर से 3 नवंबर तक हर रविवार गोरखपुर से शाम 5.25 बजे चलेगी. यह ट्रेन रात 10.25 बजे लखनऊ पहुंचेगी और अगले दिन सुबह 7.15 बजे आनंद विहार टर्मिनल प्रस्थान करेगी.
ट्रेन नंबर 04501 लखनऊ-नंगलडैम स्पेशल 8 अक्टूबर से 5 नवंबर तक प्रत्येक मंगलवार रात 9.30 बजे चलेगी और दूसरे दिन दोपहर 1.00 बजे नंगलडैम पहुंच जाएगी.
सूर्य देव की आराधना का यह पर्व साल में दो बार मनाया जाता है. चैत्र शुक्ल षष्ठी व कार्तिक शुक्ल षष्ठी इन दो तिथियों को यह पर्व मनाया जाता है. हालांकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाये जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता है. कार्तिक छठ पूजा का विशेष महत्व माना जाता है. चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व को छठ पूजा, डाला छठ, छठी माई, छठ, छठ माई पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा आदि कई नामों से जाना जाता है.
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