Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019सड़क बनाने की आड़ में नेपाल की जमीन हड़प रहा है चीन: रिपोर्ट

सड़क बनाने की आड़ में नेपाल की जमीन हड़प रहा है चीन: रिपोर्ट

नेपाल को हो चुका 36 हेक्टेयर का नुकसान

क्विंट हिंदी
भारत
Updated:
नेपाल के पीएम केपी ओली
i
नेपाल के पीएम केपी ओली
(फोटो: @PM_Nepal)

advertisement

नेपाल सरकार की एक रिपोर्ट का कहना है कि चीन रोड बनाने के जरिए नेपाल की जमीन पर अतिक्रमण कर रहा है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया कि चीन भविष्य में इन इलाकों में बॉर्डर आउटपोस्ट भी बना सकता है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया कि नेपाल के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के एक डॉक्युमेंट के मुताबिक, चीन ने नेपाल में कम से कम 10 जगहों पर अतिक्रमण किया है. डॉक्युमेंट में कहा गया कि अगर नदियां इसी तरह अपना रास्ता बदलती रहीं तो बेजिंग और इलाका भी हड़प सकता है और नेपाल को 'सैंकड़ों हेक्टेयर जमीन' का नुकसान हो सकता है.

सरकारी डॉक्युमेंट में कहा गया, “इसकी बहुत ज्यादा संभावना है कि कुछ समय बाद चीन इन इलाकों में आर्म्ड पुलिस की बॉर्डर ऑब्जर्वेशन पोस्ट बना ले.” 

1960 में सर्वे और पिलर खड़ा करने के बाद नेपाल ने चीन के साथ अपने बॉर्डर पर कुछ और सुरक्षा इंतजाम नहीं किए हैं. चीन के साथ बॉर्डर पर उत्तरी तरफ नेपाल ने सिर्फ 100 पिलर खड़े किए हैं.

नेपाल को हो चुका 36 हेक्टेयर का नुकसान

नेपाल सरकार के आकलन से पता चला है कि 11 नदियों के रास्ता बदलने की वजह से उसे 36 हेक्टेयर का नुकसान अभी तक हो चुका है. पिछले साल जब नेपाल के क्षेत्र का चीन में चले जाने की खबर मीडिया में आई थी तो नेपाल की सड़कों पर प्रदर्शन हुए थे.

वहीं, बिहार के पानी संसाधन मंत्री संजय झा ने 23 जून को कहा कि नेपाल बाढ़ रोकने के उपायों में व्यवधान डाल रहा है. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, झा ने कहा, "नेपाल बॉर्डर पर लालबकेया नदी पर गंडक डाम पर रिपेयर के काम को होने नहीं दे रहा है. नेपाल कई और जगहों पर बाढ़ रोकने के उपायों में रोड़ा अटका रहा है और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है. ये पहली बार है जब राज्य सरकार को भारत-नेपाल बॉर्डर पर रिपेयर के काम के लिए लोगों और कच्चे माल के यातायात में इतनी दिक्कत आ रही है."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 23 Jun 2020,10:05 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT