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एंटीगा सरकार ने भारत में वांटेड मेहुल चोकसी के उनके देश में होने की पुष्टि की है. मेहुल चोकसी पीएनबी फ्रॉड केस में आरोपी है. केस की परतें खुलने के दौरान ही मेहुल देश छोड़कर विदेश भाग गया था.
एंटीगा में चोकसी की मौजूदगी के बारे में खबरें आने के बाद सीबीआई ने एंटीगा सरकार से इस बारे में जानकारी मांगी थी. इसके बाद एंटीगा की एजेंसियों ने इसकी पुष्टि की. सीबीआई अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण के लिये प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने पिछले सप्ताह एंटीगा सरकार को भेजे खत में भगोड़े कारोबारी के खिलाफ इंटरपोल के नोटिस और उसके मौजूदा ठिकाने के बारे में जानकारी मांगी थी. बता दें कि चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगा की नागरिकता ले ली थी.
अधिकारियों ने कहा कि पुष्टि के बाद एजेंसी विदेश मंत्रालय के जरिये प्रत्यर्पण की अपील कर सकती है. जांच एजेंसी ‘रेड कॉर्नर नोटिस' का इंतजार नहीं करेगी, क्योंकि आवेदन अब भी इंटरपोल के पास लंबित है.
एंटीगा और बारबुडा की इकाई ‘द सिटिजनशिप बाई इनवेस्टमेंट' ने स्थानीय अखबारों में कहा कि चोकसी के नागरिकता आवेदन को इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गनाइजेशन जैसी अच्छी साख वाली एजेंसियों के जरिए कड़ी पड़ताल और अंतरराष्ट्रीय जांच के बाद मंजूरी दे दी गई है. वहीं सीबीआई का कहना है कि चोकसी के बारे में अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने उससे कोई जानकारी नहीं ली.
सीबीआई इंटरपोल के लिए भारत की नोडल एजेंसी है. एंटीगा और बारबूडा के ‘सिटिजनशिप बाई इनवेस्टमेंट प्रोग्राम' के तहत कोई व्यक्ति एनडीएफ निवेश फंड में न्यूनतम एक लाख डॉलर निवेश कर पासपोर्ट हासिल कर सकता है. चोकसी जनवरी के पहले सप्ताह में भारत से फरार हो गया था.
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