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चार साल की छोटी निर्भया की मदद करने आगे नहीं आई दिल्ली सरकार

दिल्ली सरकार ने छोटी निर्भया की मदद करने में दिखाई आनाकानी, परिवारवालों ने जनता से मदद करने की गुहार लगाई.

द क्विंट
भारत
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दिल्ली की चार साल की ये बच्ची अपने रेपिस्ट को जानती थी और उसे भैया कहती थी. (फोटोः क्विंट)
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दिल्ली की चार साल की ये बच्ची अपने रेपिस्ट को जानती थी और उसे भैया कहती थी. (फोटोः क्विंट)
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दिल्ली के पॉश इलाके केशवपुरम के पास बसे एक स्लम में पिछले महीने की 9 तारीख को एक चार साल की बच्ची लहूलुहान अवस्था में पाई गई. उसका रेप हुआ था.

पुलिस जांच हुई तो पता चला कि उसका रेप करनेवाला एक ऐसा व्यक्ति था जिसे वो जानती थी और उसे भैया कहकर पुकारती था.

इस व्यक्ति ने टॉफी देने के बहाने बच्ची को झाड़ी में ले जाकर रेप किया और रेप करने के बाद बच्ची पर चाकू से हमले किए.

शारीरिक और मानसिक रूप से जख्मी इस बच्ची के परिवार को मदद की जरूरत है ताकि उसका इलाज हो सके और इलाज की लंबी प्रक्रिया के दौरान ये बच्ची संक्रमण से बची रह सके.

द क्विंट ने छोटी निर्भया की दर्दभरी दास्तां को क्राउड फंडिंग प्लेटफॉर्म बिटगिविंग के साथ शेयर किया है. हमें आशा है कि छोटी निर्भया की मदद करने के लिए लोग आगे आएंगे.

इस वीडियो में छोटी निर्भया के दादाजी ने बताया कि किस तरह से कई चक्कर लगाने के बाद भी दिल्ली सरकार के नुमाइंदे उनकी मदद करने अब तक आगे नहीं आए.

कैसी है छोटी निर्भया

फिलहाल, दिल्ली के सफदरदंग अस्पताल में छोटी निर्भया का इलाज चल रहा है. लेकिन पूरी तरह से ठीक होने के लिए इस बच्ची को कई बार सर्जरी की जरूरत पड़ेगी.

लेकिन, शायद वह कभी इस हादसे से बाहर ही न निकल पाए क्योंकि डॉक्टरों के अनुसार छोटी निर्भया वयस्क होने के बाद भी कभी मां नहीं बन सकेगी.

छोटी निर्भया अपने घर में कभी इसी गुड़िया के साथ खेला करती थी. (फोटोः क्विंट)
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छोटी निर्भया के परिवार को मदद की दरकार

केशवपुरम के पास के स्लम में रहने वाली छोटी निर्भया के परिवार में मां-बाप के अलावा दादा-दादी, दो शारिरिक रूप से विकलांग चाचा और दो भाई-बहन हैं.

उसके पिता पुताई का काम करने वाले एक दिहाड़ी मजदूर हैं और मां घरों में नौकरानी का काम करती हैं. दोनों की तनख्वाह से ही पूरे परिवार का भरण-पोषण होता है.

हादसे के बाद से बच्ची की मां अस्पताल से नहीं हिलीं हैं और पिता भी लगातार घर से अस्पताल का चक्कर लगा रहे हैं.

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में छोटी निर्भया के इलाज का खर्चा सरकार उठा रही है. लेकिन, लगातार अस्पताल आने-जाने की वजह से बच्ची के मां-बाप की कमाई पूरी तरह से बंद हो गई है. ऐसे में पीड़ित परिवार को मदद की जरूरत है.

छोटी निर्भया के घर के बाहर खड़ा एक बच्चा (फोटोः क्विंट)

मदद की गुहार

बच्ची के पिता लोगों से अपील करते हुए कहते हैं कि हादसा होने पर लोगों ने हमें ढाढस बंधाया था कि वे हमारी मदद करेंगे. लेकिन अब तक हमें किसी तरह की मदद नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि लोग चाहे कितनी भी छोटी मदद करें लेकिन मदद को आगे आएं.

अपनी नातिन के बारे में बात करते हुए छोटी निर्भया की दादी कहती हैं कि उसकी जिंदगी बर्बाद हो चुकी है. लोग आगे आकर मदद करें ताकि हम कम से कम उसे अच्छी तरह पढ़ा लिखाकर एक अच्छा भविष्य दे सकें.

छोटी निर्भया के घर में आसपास खेलते हुए बच्चे (फोटोः क्विंट) 

अजनबियों को देखकर कांप जाती है छोटी निर्भया

बच्ची के भविष्य को लेकर चिंतित परिवारवाले चाहते हैं कि ये बच्ची पढ़ लिखकर स्वावलंबी बने ताकि इसे जीवन में और कष्ट न उठाना पड़े. इस हादसे के बाद से बच्ची के लिए सबकुछ बदल गया है.

बच्ची के पिता ने बताया कि अस्पताल में दर्द से जूझ रही छोटी निर्भया अंजान लोगों को देखकर सहम जाती है.

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Published: 03 Nov 2015,02:42 PM IST

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