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नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई राज्य उबल रहे हैं. राजधानी दिल्ली में जंतर मंतर पर प्रदर्शन से लेकर पश्चिम बंगाल में आगजनी की घटनाओं और नॉर्थ-ईस्ट में हिंसक प्रदर्शनों तक, बवाल थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. बंगाल के हावड़ा में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति की अपील की है. बनर्जी ने कहा, "हम राज्य में कानून लागू नहीं होने देंगे. कृपया हिंसा न करें और कानून हाथ में न लें." देशभर के प्रदर्शनों की कुछ तस्वीरें ये रहीं.
दिल्ली की जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर 13 दिसंबर को खूब बवाल हुआ. सैकड़ों छात्रों ने संसद मार्च निकाला, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच झड़प हुई. पुलिस का कहना है कि छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी भी हुई. वहीं छात्रों ने पुलिस पर जबरन लाठीचार्ज और टियर गैस छोड़ने का आरोप लगाया.
नागरिकता कानून के खिलाफ बंगाल में 14 दिसंबर को लगातार दूसरे दिन भी कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए. कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई. पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों के अलावा हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
शनिवार 14 दिसंबर को असम के सोनितपुर जिले में एक तेल टैंकर को आग लगा दी गई. टैंकर के ड्राइवर की इस हादसे में मौत हो गई है. असम में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं. राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोगों से शांति की अपील की है.
असम सरकार के कर्मचारियों ने शनिवार 14 दिसंबर को ऐलान किया कि वो नागरिकता कानून के विरोध में 18 दिसंबर को काम का बहिष्कार करेंगे. सदौ असम कर्मचारी परिषद के प्रमुख बसाब कलिता ने न्यूज एजेंसी PTI को इस बात की जानकारी दी है.
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