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बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के सीएम पद के लिए योगी आदित्यनाथ के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी है. योगी आदित्यनाथ ने भी राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद उत्तर प्रदेश को सुशासन के राज पर चलाने की बात कही है.
लेकिन सवाल ये है कि योगी आदित्यनाथ सीएम पद की शपथ लेने के बाद किन मुद्दों को प्राथमिकता देंगे. बीजेपी ने चुनाव से पहले 24 पन्नों का चुनावी घोषणापत्र जिसे लोक कल्याण संकल्प पत्र कहा गया, जारी किया था. कई वादे किए गए थे.
घोषणापत्र में किसानों की कर्जमाफी, अवैध कत्लखानों को बंद करने और एंटी रोमियो दल जैसे मुद्दों को जगह दी गई थी. ऐसे में यूपी के नए सीएम कमान संभालते ही उन्हें प्राथमिकता दे सकते हैं.
बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में ‘सभी लघु और सीमान्त किसानों के फसली कर्जमाफी’ को सबसे खास जगह दी है. ऐसे में सीएम योगी रविवार को शपथ लेने के बाद फसली कर्ज माफ करने का ऐलान कर सकते हैं. इसके साथ ही गन्ना किसानों का पैसा 14 दिन के भीतर दिए जाने की व्यवस्था कर सकते हैं.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी हर चुनावी रैली में अवैध कत्लखाने बंद करवाने का वादा किया. ऐसे में योगी आदित्यनाथ यूपी के 316 बूचड़खानों को बंद कराने का फैसला ले सकते हैं.
बीजेपी के एजेंडे में एंटी रोमियो स्क्वायड भी काफी ऊपर है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दल बनाने पर भी विचार शुरू हो गया है. कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि वाले योगी आदित्यनाथ इस फैसले पर जल्द ही काम शुरू कर सकते हैं.
बीजेपी के मेनीफेस्टों में राम मंदिर निर्माण का जिक्र नहीं है लेकिन योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने और भारी बहुमत की स्थिति में राम मंदिर एक बार फिर बीजेपी के एजेंडे में शामिल हो सकता है.
यूपी में पहले से ही वीमन हेल्पलाईन काम कर रही है जहां प्रदेश भर की महिलायें शिकायत दर्ज करा सकती हैं. मेनीफेस्टो में ये है कि महिलाओं की 3 नई पुलिस बटालियन गठित की जाएंगी.
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