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उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने अधिकारियों को कथित लव जिहाद की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. उन्होंने अधिकारियों को इन्हें रोकने के लिए योजना बनाने का आदेश दिया है. दरअसल हाल फिलहाल कानपुर, मेरठ और लखीमपुर खीरी में हिंदुत्ववादी संगठनों कथित 'लव जिहाद' के आरोप लगाए. कानपुर में हालहाल ऐसे कई केस हैं.
अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की ओर से यह निर्देश कानपुर, मेरठ और लखीमपुर खीरी में हुई घटनाओं के बाद जारी किए गए हैं.
लव जिहाद हिंदुत्ववादी राजनीति करने वालों की ओर से गढ़ा गया एक शब्द है. इनका मानना है कि हिंदू लड़कियों को बहला-फुसला कर उन्हें प्यार में फंसाया जाता है और उनका धर्म परिवर्तन कर शादी कराई जाती है. इन संगठनों के मुताबिक, इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य धर्म परिवर्तन करवाना होता है.
वहीं इसके आलोचक इसे विभानजकारी राजनीति का एक जरिया बताते हैं. कई बार देखा गया है कि अलग-अलग धर्मों में मनमर्जी से शादी करने वालों को इसके तहत निशाना बनाया जाता है. अकसर बजरंग दल और दूसरे कट्टरपंथी हिंदु संगठनों से जुड़े लोग इन मुद्दों को उछालने की कोशिश करते हैं.
वहीं कानपुर की जूही कॉलोनी में एक अंतर-धार्मिक विवाह का मामला सामने आया था, जिसके बाद मामले की जांच के लिए एक एसआईटी बनाई गई थी. यह एसआईटी जांच करेगी कि क्या शादी के पहले लड़की को बहलाया-फुसलाया गया था या नहीं? आरोप लगाया जा रहा है कि यहां कथित लव जिहाद के दूसरे प्रसंग भी हुए हैं.
कानपुर की गोविंद नगर में भी कथित लव जिहाद का एक मामला सामने आया था. इसमें लड़की के परिवार वालों ने मुस्लिम युवक पर लड़की को बहला-फुसला कर जाल में फंसाने का आरोप लगाया था. बाद में लड़की को जाजमऊ से हिंदुवादी संगठन और परिवार के लोग घर लेकर आए.
वहीं कानपुर में बर्रा की रहने वाली शालिनी यादव वीडियो जारी कर फैसल नामक युवक से मनमर्जी से शादी की बात कह चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी बजरंग दल और दूसरे लोग उनकी शादी को लव जिहाद का मामला बता रहे हैं.
इस मामले में हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें एक लड़की कहती दिख रही है, ''मेरा नाम शालिनी है और मेरी उम्र 22 साल है. मैं 29 जून को कॉलेज के एग्जाम का बहाना करके घर से निकली थी लखनऊ के लिए, लेकिन मैं अपने दोस्त मोहम्मद फैसल, जिनको मैं 6 साल से जानती हूं, इनके साथ...2 जुलाई को आकर...हमने गाजियाबाद से शादी की.''
इसके आगे वो कहती हैं, "मैंने अपनी मर्जी से अपना कन्वर्जन किया, मैंने निकाह किया. निकाह के साथ-साथ हमने कोर्ट मैरिज भी की. इसके बाद घरवालों से मेरी बात होती रही. उन्होंने मुझसे वापस आने को कहा, मैंने कहा कि मैं नहीं आ सकती. 8 अगस्त को हमें पता चला मेरे पापा ने फैसल और उनके परिवार के खिलाफ मेरी शादी जबरन कराने के आरोप लगाए हैं, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है."
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