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वेब पोर्टल कोबरा पोस्ट ने अपने नए स्टिंग ऑपरेशन में बड़े खुलासे का दावा किया है. इस स्टिंग ऑपरेशन में ये दावा है कि कई मीडिया ग्रुप राजनीतिक सौदेबाजी और विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए पैसे लेकर अभियान चलाने को तैयार दिखे. मीडिया संगठनों पर पैसे लेकर हिंदुत्व के एजेंडे को भी आगे बढ़ाने के लिए तैयार दिखने का आरोप है. दैनिक जागरण समूह पर कोबरा पोस्ट ने क्या खुलासा किया है यहां जानते हैं. इससे पहले आपको बता दें कि दैनिक जागरण हिंदी दैनिक अखबारों में से एक है. दावा है कि इसकी 4 लाख प्रतियां हर रोज बेची जाती हैं. देश के 9 शहरों से ये अखबार एक साथ छपता है.
कोबरापोस्ट की तरफ से ये स्टिंग ऑपरेशन पत्रकार पुष्प शर्मा कर रहे थे. कोबरापोस्ट की तरफ से जारी किए गए पहले स्टिंग ऑपरेशन में दैनिक जागरण के बिहार के क्षेत्रीय प्रबंधक के तौर पर काम कर रहे संजय प्रताप सिंह से बात की गई थी. जो पुष्प के एजेंडे को चलाने के लिए तैयार थे. स्टिंग ऑपरेशन में दिखाए गए वीडियो के मुताबिक वो पश्चिम बंगाल में हिंदुत्व की हवा फूंकने में भी मदद करने को बिलकुल तैयार नजर आए.
उन्होंने कहा-
“हां हां कर देंगे आप निश्चिंत रहिए, हम आपको बंगाल का भी रिलीज कर देंगे.ठीक है, तो उससे क्या होगा? हम जो आपको बोलेंगे वो वहां पर लोग लिख के आर्टिकल भी दे देंगे आपको टाइम टू टाइम न्यूज भी देते रहेंगे”
जागरण ग्रुप के 'रेडियो सिटी स्टेशन' के सीनियर सेल्स मैनेजर वैभव गुप्ता से भी कोबरापोस्ट के पुष्प शर्मा ने बात की. वीडियो में जो दिख रहा है उसके मुताबिक, वैभव गुप्ता, प्रिंट और रेडियो दोनों में पुष्प के प्रस्तावित दुर्भावना से भरे अभियान चलाने को तैयार दिखे. इतना ही नहीं वो पेमेंट की राशि को आधे से ज्यादा कैश में लेने पर भी राजी होते दिखे.
पत्रकार ने इसके बाद भी वैभव गुप्ता से मुलाकात की, कोबारापोस्ट के स्टिंग के मुताबिक, पुष्प ने आखिर में पूछा- क्या आप सब हमारे एजेंडा को चलाने में सहज हैं, जवाब में वैभव कहते हैं “हां”.
यहां देखिए वीडियो-
वैभव गुप्ता के अलावा दैनिक जागरण ग्रुप के कई अधिकारियों से कोबरापोस्ट के पत्रकार ने बात करने का दावा किया है. जब कोबरापोस्ट ने दैनिक जागरण से इसपर प्रतिक्रिया मांगी तो दैनिक जागरण ने कहा है कि जिस बातचीत के हवाले से आपने ये आरोप लगाए हैं बातचीत के उन अंशों की प्रमाणिकता को इंगित करने के लिए आपने हमें कोई सामग्री नहीं दी है.
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