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केरल में 23 साल का एक कॉलेज छात्र निपाह वायरस की चपेट में आया है. इसकी पुष्टि हो गई है. अब तक 300 से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है. इनमें से 86 लोगों के निपाह से संक्रमित होने का शक जताया जा रहा है. केरल की हेल्थ मिनिस्टर के के शैलजा ने 23 साल के कॉलेज छात्र के निपाह वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि कर दी है.
शैलजा ने बताया कि निपाह वायरस से संक्रमित होने की आशंका की वजह से कलामसरी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पांच लोगों को अलग रखा गया है. मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में पांच लोगों को अलग रखा गया है.उनकी सेहत पर निगाह रखी जा रही है. उनकी स्थिति संतोषजनक है. उनके ब्लड सैंपल पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी को भेजे गए हैं. जल्द ही उनके नतीजे आ जाएंगे.
केरल के सीएम पी विजयन ने कहा कि सरकार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से लगातार संपर्क बनाए हुए है.विशेषज्ञों की एक टीम कोच्चि पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि हालात पर जल्द ही काबू पा लिया जाएगा. सीएम ने सोशल मीडिया पर इस बारे में अफवाह और झूठी खबरें न फैलाने की अपील की है.
पिछले साल मई में निपाह वायरस से 12 लोगों की मौत हुई थी. कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों से 22 पॉजिटिव मामले सामने आए थे और उसके बाद दहशत फैल गई थी. पिछली बार भी वायरस फैलने के बाद विशेषज्ञों ने भी सोशल मीडिया पर अफवाह और झूठी खबरें न फैलाने का आग्रह किया था.
एक फर्जी खबर में दावा किया गया था कि एक होम्योपैथी गोली इस वायरस से लोगों को बचा सकती है. इतना ही नहीं, पिछले साल फर्जी खबर वाला एक वीडियो भी बनाया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि यह वायरस चिकन से फैलता है. इस बार भी सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
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