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कांग्रेस का PM से सवाल- क्या डेटा छिपाकर ढकी जा सकती है गरीबी?

कांग्रेस बोली- ध्यान भटकाने को मंत्रियों से दिलवाए जा रहे उल्टे-सीधे बयान

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कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लगाए प्रतिकूल डेटा छिपाने के आरोप
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कांग्रेस ने मोदी सरकार पर लगाए प्रतिकूल डेटा छिपाने के आरोप
(फोटो: PTI)

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देश की आर्थिक स्थिति को लेकर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को निशाने पर ले रही है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 16 नवंबर को मोदी सरकार पर प्रतिकूल डेटा छिपाने के आरोप लगाए. इस दौरान उन्होंने एनएसओ की उस रिपोर्ट का भी जिक्र किया, जिसका डेटा अंग्रेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड ने छापा है. इस डेटा के मुताबिक, भारत में 2017-18 में 4 दशक में पहली बार उपभोक्ता खर्च में गिरावट दर्ज की गई.

अखबार ने बताया है कि एनएसओ के सर्वे के मुताबिक, भारत में 2011-12 में एक व्यक्ति द्वारा खर्च की गई औसत राशि 1501 रुपये थी, जो 2017-18 में 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1446 रुपये हो गई.

सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है, ‘’क्या आप डेटा छिपाकर गरीबी के हमले को ढक सकते हैं?’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डेटा छिपाना समाधान नहीं है. 

हालांकि सरकार ने कहा है अपभोक्ता खर्च पर एनएसओ सर्वे की रिपोर्ट को इसलिए रिलीज नहीं किया गया है क्योंकि इसमें डेटा क्वालिटी से जुड़ी समस्याएं हैं.

ध्यान भटकाने को मंत्रियों से दिलवाए जा रहे उल्टे-सीधे बयान: सुजरेवाला

सुरजेवाला ने आर्थिक मंदी पर रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के एक बयान को लेकर भी हमला बोला है. दरअसल, सुरेश अंगड़ी ने 15 नवंबर को देश की अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर विपक्ष की आलोचना का जवाब देते हुए कहा था, ''एयरपोर्ट और ट्रेन फुल हैं. लोग शादी कर रहे हैं. ये बातें देश की अर्थव्यवस्था के सही दिशा में होने का इशारा दे रही हैं.''

अंगड़ी के बयान पर सुरजेवाला ने 16 नवंबर को ट्वीट कर कहा, ''कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा भानुमती ने कुनबा जोड़ा! ये कहावत मोदी सरकार, उनके मंत्रियों और उनके विश्लेषणों पर एकदम सटीक बैठती है." इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''लगता है ये उल्टे-सीधे बयान केवल हकीकत और हालात से ध्यान भटकाने के लिए एक योजनागत तरीके से दिए जाते हैं या दिलवाए जाते हैं."

अंगड़ी के बयान से पहले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी ऐसा ही बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि फिल्में करोड़ों का कारोबार कर रही हैं, फिर देश में मंदी कैसे कही जा सकती है. हालांकि, प्रसाद ने आलोचना के बाद अपने बयान को वापस ले लिया था.

कांग्रेस पिछले कुछ समय से देश में आर्थिक मंदी का मुद्दा जोरशोर से उठा रही है. इसी क्रम में पार्टी 30 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में एक रैली भी करने वाली है.

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Published: 16 Nov 2019,02:22 PM IST

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