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कांग्रेस ने ईयू डेलिगेशन के कश्मीर दौरे को ‘पीआर स्टंट’ करार दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार का यह कदम अपरिपक्व, विवेकहीन और मूर्खतापूर्ण है. पिछले 72 साल से भारत की जांची परखी नीति है कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है. इसमें बाहर का दखल बर्दाश्त नहीं लेकिन पिछले तीन दिनों में इस नीति को पलटकर मोदी सरकार ने एक ऐसा अपराध किया है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता. इसने भारत की कूटनीति को एक अंतरराष्ट्रीय बिजनेस ब्रोकर के हाथ गिरवी रख दिया है.
सुरजेवाला ने कहा कि सरकार ने देश की संसद और लोकतंत्र का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि जब हमारे अपने सांसद और विपक्षी दलों के नेता कश्मीर जाते हैं, तो बीजेपी सरकार उन्हें एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर जबरन वापस भेज देती है. सुरजेवाला ने कहा
सुरजेवाला ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि ‘मादी शर्मा ’ कौन है? बीजेपी का ‘महिला आर्थिक व सामाजिक थिंक टैंक’ और ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नॉन अलाइंड स्टडीज’ से क्या जुड़ाव है? मादी शर्मा क्यों और किस हैसियत में प्रधानमंत्री की अप्वाइंटमेंट दे रही हैं, वो भी तब जब यूरोपियन यूनियन के सांसद अनौपचारिक यात्रा पर हैं और भारत सरकार इस यात्रा की स्पॉन्सर क्यों बनी है? एक बिनेस ब्रोकर द्वारा प्रायोजित कश्मीर की इस यात्रा का पैसा कहां से आ रहा है? इस पूरे मामले में विदेश मंत्रालय को दरकिनार क्यों कर दिया गया है?
सच्चाई यह है कि पिछले 72 साल में यह देश की सबसे बड़ी कूटनीतिक चूक है. मोदी सरकार ने जानबूझकर कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है, जो हमारी जांची परखी नीति का घोर उल्लंघन है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है. मोदी सरकार ने एक तीसरे पक्ष को कश्मीर बुलाकर जमीनी हालात का जायजा लेने की इजाजत दे देश की घोषित नीति का उल्लंघन कर घोर पाप किया है. ऐसा कर सरकार ने जम्मू कश्मीर पर भारत की संप्रभुता को भी चुनौती दे डाली है.
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश की संप्रभुता को चुनौती देने, राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रहार करने और संसद का अपमान करने वाले अपने फैसलों पर देश के सामने स्पष्टीकरण दिया है.
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