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जम्मू-कश्मीर पुलिस से निलंबित डीएसपी दविंदर सिंह की गिरफ्तारी पर देश भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. शनिवार 11 जनवरी की रात 2 आतंकियों के साथ गिरफ्तार किए गए सिंह को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है. कांग्रेस के लोकसभा में नेता अधीर रंजन चौधरी ने देविंदर के नाम को लेकर RSS पर निशाना साधा है.
चौधरी ने ट्विटर पर लिखा कि अगर देविंदर सिंह ‘खान’ होते तो आरएसएस के ट्रोल्स अभी तक काफी आक्रामक हो गए होते. चौधरी ने लिखा, "हमारे देश में दुश्मनों का चाहें कोई भी रंग हो, पंथ हो या कोई धर्म हो उसकी निंदा की जानी चाहिए. और किसी भी कीमत पर बख्शा नही जाना चाहिए."
इसके अलावा अधीर रंजन ने पिछले साल फरवरी में पुलवामा में हुए हमले को लेकर भी लिखा है. चौधरी ने लिखा, "अब पक्का सवाल उठेगा कि पुलवामा हमले के पीछे असली दोषी कौन थे. इस मामले को नए सिरे से देखने की जरूरत है."
वहीं बीजेपी ने अधीर रंजन चौधरी के बयान का पलटवार करते हुए हमला बोला है. बीजेपी ने कहा है कि आतंकवाद पर धर्म की राजनीति करना कांग्रेस पार्टी की पुरानी परंपरा रही है. बीजेपी ने ट्वीट किया है, “इस पूरी प्रक्रिया में अधीर रंजन ने आव देखा न ताव और मिनटों के अंदर धर्म ढूंढ लिया. आतंकवाद पर धर्म की राजनीति करना कांग्रेस की संस्कृति रही है.”
बीजेपी ने कहा है कि 'जम्मू-कश्मीर के निलंबित डीएसपी देविंदर सिंह को आतंकवादी गतिविधि में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया था. इस पूरी घटना के बाद कांग्रेस ने वही किया है जिसमें वो निपुण रही है. और वो कहीं ना कहीं पाकिस्तान को बचाने की साजिश है.'
पात्रा ने कहा, "इस पर आपके मन में शक है क्या? आप अगर मानते हैं कि पाकिस्तान ने पुलवामा हमला नहीं कराया तो फिर किसने कराया है.”
जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी देविंदर सिंह को दो आतंकियों के साथ हिरासत में लिया गया है. सिंह को एक कार से इन आतंकियों के साथ पकड़ा गया है. पुलिस ने कहा है कि वो डीएसपी सिंह के साथ आतंकियों जैसा ही सलूक कर रही है और उनसे पूछताछ जारी है. शनिवार 11 जनवरी की रात जम्मू नेशनल हाईवे से इन तीनों को हिरासत में लिया गया था. इनके साथ एक स्थानीय एडवोकेट को भी पकड़ा गया है.
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