advertisement
कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार आर्थिक पैकेज के नाम पर बजट की ही योजनाओं को सामने रख रही है और उसका यह पैकेज सिर्फ ‘13 शून्य’ साबित हुआ है.
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, ‘‘वित्त मंत्री आर्थिक पैकेज के नाम पर बजट की योजनाओं को ही सामने रख रही हैं. बजट की योजनाओं को आर्थिक पैकेज के तौर पर पेश करना राष्ट्रहित के साथ खिलवाड़ है.’’
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कृषि उपज के रखरखाव और परिवहन सुविधाओं के बुनियादी ढांचे के लिए एक लाख करोड़ रुपये के कृषि ढांचागत सुविधा कोष का ऐलान किया.
वित्त मंत्री ने आर्थिक पैकेज की तीसरी किस्त की घोषणा करते हुए कहा कि इस कोष का इस्तेमाल शीत भंडारगृह, कटाई के बाद प्रबंधन ढांचे आदि के लिए किया जाएगा. इसके साथ ही वित्त मंत्री ने सूक्ष्म खाद्य उपक्रमों (एमएफई) को संगठित करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये की योजना की भी घोषणा की.
इस ऐलान के बाद एनसीपी नेता शरद पवार ने शुक्रवार को कहा, ''आज घोषित किए गए आत्मनिर्भर कृषि पैकेज से निराश हूं. पैकेज को लॉकडाउन के कारण हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए घोषित किया जाना चाहिए था.''
सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ''महामारी से पहले भी कृषि संकट गहरा रहा था. रबी की फसल अभी भी एमएसपी पर नहीं खरीदी जाती है. खरीफ की बुवाई जून में शुरू होगी. बीज, उर्वरक और बाकी चीजों की भारी कमी है. यह पैकेज इसे पहचानता तक नहीं है.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)