advertisement
मध्य प्रदेश की राजनीति में सुगबुगाहट बढ़ने लगी है. मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के दो मंत्री रातों रात गुरुग्राम के होटल पहुंचते हैं और वहां से बीएसपी विधायक रामबाई को लेकर बाहर निकलते हैं. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश के 8 विधायकों को उनकी मर्जी के खिलाफ होटल में रखा है. रामबाई इन्हीं 8 में से एक विधायक थीं.
कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने बताया कि जब हमें इस सब पता चला तो हमारे दो मंत्री गुरुग्राम के लिए रवाना हुए. जिन विधायकों से हमारा संपर्क हो सका वो हमारे साथ वापस आने के लिए तैयार थे. हम विधायक बिसाहूलाल सिंह और रामबाई से संपर्क कर सके. बीजेपी ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन फिर भी हम रामबाई को वापस ले आए.
मध्य प्रदेश सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने पीटीआई से कहा कि ‘बीजेपी के दिग्गज नेताओं पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह और रामपाल षणयंत्र के तहत 8 विधायकों को हरियाणा के एक होटल ले गए. विधायकों ने हमें बताया कि बीजेपी ने उनको जबरदस्ती रोककर रखा था.’ होटल से बाहर निकलने के बाद जीतू पटवारी ने कहा कि अब सब कुछ कंट्रोल में है. उन्होंने कहा कि वो 5 मार्च को इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि वो विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है. अब इस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस बात पर हामी भर दी है. कमलनाथ ने कहा कि विधायक भी उन्हें बता रहे हैं कि उन्हें पैसा ऑफर किया जा रहा है. कमलनाथ ने विधायकों से उल्टा ये कह दिया कि विधायकों को अगर फोकट का पैसा मिल रहा है तो ले लेना चाहिए. दिग्विजय सिंह ने 3 मार्च को ही कहा था कि बीजेपी ने मध्य प्रदेश से कांग्रेस, बीएसपी और एसपी विधायकों को दिल्ली लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दिग्विजय सिंह झूठ फैलाने में माहिर हैं. वो ये करके कमलनाथ को ब्लैकमेल करना चाहते हैं. वो ऐसे बयान अपनी अहमियत साबित करने के लिए दे रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)