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केंद्र सरकार ने ऐलान कर दिया है कि 1 मई से 18 साल से ज्यादा उम्र वालों को कोविड वैक्सीन दी जा सकेगी. ये काम राज्य सरकारों और प्राइवेट अस्पतालों के जिम्मे आया है. लेकिन क्या उनके पास वैक्सीन हैं? कई राज्य कह चुके हैं कि उन्हें मई के अंत तक वैक्सीन मिलेगी और 1 मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो सकता. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों के लिए ये इंतजार और भी लंबा है और उन्हें अगले कुछ महीने कोविड वैक्सीन नहीं मिल पाएंगी.
28 अप्रैल को सीरम इंस्टीट्यूट (SII) ने हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (HIMSR) से कहा कि उन तक वैक्सीन पहुंचाने में 5-6 महीने लग जाएंगे. HIMSR दिल्ली के दक्षिणपूर्वी जिले में सबसे बड़े निजी वैक्सीनेशन केंद्रों में से एक है.
SII ने हमदर्द इंस्टीट्यूट से कहा, "आप वैक्सीन सप्लाई के लिए राज्य सरकार से संपर्क कीजिए, जो 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए भेजी गई थी."
SII की कोविड टास्क फोर्स ने HIMSR से कहा, "सरकार की मौजूदा जरूरत और राज्य सरकारों की अतिरिक्त मांग को पूरा करने की वजह से निजी अस्पतालों की मांगे पूरी करना चुनौती है."
HIMSR कोविड वैक्सीनेशन सेंटर की नोडल अफसर डॉ अक्सा शेख ने ट्विटर पर केंद्र की नई वैक्सीन पॉलिसी को 'नाकामी' बताया. उन्होंने लिखा, "क्या हम इस तरह कोविड की दूसरी वेव से निपटेंगे?"
देश में अस्पतालों के बड़े समूह फोर्टिस हेल्थकेयर ने कहा है कि 30 अप्रैल तक 'कुछ ही अस्पतालों' में वैक्सीनेशन जारी रह पाएगी. फोर्टिस ने कहा कि वो 'वैक्सीन मैन्युफेक्चर के साथ उपलब्धता को लेकर बातचीत कर रहा है.'
फोर्टिस ने अपने बयान में कहा, "स्टॉक की उपलब्धता के हिसाब से हमारे यहां कुछ ही अस्पतालों में 30 अप्रैल तक वैक्सीनेशन ड्राइव चलेगी. जैसे ही वैक्सीन उपलब्ध होगी, हम 18 से ज्यादा उम्र वालों के लिए वैक्सीनेशन शुरू करेंगे."
राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, केरल समेत कई राज्य कह चुके हैं कि वो 1 मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं कर पाएंगे क्योंकि वैक्सीन स्टॉक ही नहीं है.
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा था कि उन्हें सीरम इंस्टीट्यूट ने बताया है 15 मई तक का इंतजार करना पड़ेगा. शर्मा ने बताया था, "SII ने कहा है कि उन्हें केंद्र सरकार की तरफ से मिले ऑर्डर सप्लाई करने के लिए 15 मई तक का समय चाहिए. इसलिए वो हमें वैक्सीन देने की स्थिति में नहीं हैं."
28 अप्रैल को शाम 4 बजे से 18 साल से ऊपर के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ था. हालांकि, ये प्रक्रिया भी बिना तकलीफों के पूरी नहीं हुई है. कई लोगों ने OTP न मिलने से लेकर रजिस्ट्रेशन न कर पाने की शिकायत सोशल मीडिया पर की.
लेकिन अब जब राज्य सरकार हाथ खड़े कर रही हैं और निजी अस्पतालों को अगले 5-6 महीने वैक्सीन नहीं मिलेगी तो इन 1 करोड़ और आगे होने वाले रजिस्ट्रेशन को वैक्सीन कब और कैसे मिलेगी, इस संबंध में कुछ पता नहीं है.
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