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ईरान में फंसे 400 भारतीयों में से आज पहले बैच में 150 भारतीयों को भारत लाया जाएगा. ईरान में फैले कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए इन सभी को जांच के बाद कुछ दिन तक आइसोलेशन में रखा जाएगा. भारतीय सेना ने जैसलमेर में इन सभी के लिए इंतजाम किए हैं. इसके अलावा जोधपुर, झांसी, देवलाली, कोलकाता, चेन्नई, सूरतगढ़ स्थित रक्षा प्रतिष्ठानों को भी तैयार रखा गया है.
सेना के प्रवक्ता कर्नल सोमित घोष ने बताया कि ईरान से लाए जाने वाले करीब 150 भारतीयों का पहला दल शुक्रवार को जैसलमेर पहुंचेगा. भारतीय सेना ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो विभिन्न जगहों पर सेना के फील्ड अस्पतालों को तैयार किया जा सकता है.
चीन के वुहान से भारत आए 112 लोगों का कोरोनावायरस का टेस्ट नेगेटिव आया है. इन्हें चीन से लाए जाने के बाद से ITBP के छाबला कैम्प में रखा गया था. इनमें 76 भारतीय और 36 विदेशी नागरिक थे. विदेशी नागरिकों के समूह में बांग्लादेश के 23, चीन के 6, म्यांमार और मालदीव के 2-2 और मेडागास्कर, दक्षिण अफ्रीका और अमेरिका का 1-1 नागरिक शामिल है. इन सभी लोगों का 14 दिन का कोरोंटाइन पूरा हो चुका है, आज इन सभी को छाबला कैम्प से छोड़ा जाएगा.
भारत में कोरोनावायरस से पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक बुजुर्ग की हुई है. वहीं, देश में पॉजीटिव मामलों की संख्या 70 के पार हो गई है. बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने कुछ को छोड़ कर सभी वीजा 15 अप्रैल तक सस्पेंड कर दिए हैं. दुनिया भर में इस खतरनाक वायरस से मरने वालों की संख्या 4,000 के पार पहुंच गई है.
कोरोनावायरस को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए केरल के कोच्चि में दो रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है. एक रोबोट फेस मास्क, सेनेटाइजर और टिशू पेपर बांटता है और दूसरा कोरोना वायरस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कैंपेन की जानकारियों को दिखाता है.
इस बीच, उत्तराखंड स्कूल शिक्षा सचिव ने बताया कि कोरोनावायरस को देखते हुए राज्य में 31 मार्च तक सभी स्कूल बंद रहेंगे. जिन शैक्षिक संस्थानों में परीक्षाएं चल रही हैं वो परीक्षा समाप्त होने तक खुले रहेंगे.
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