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कोरोना वायरस महामारी की वजह से 100 दिन से ज्यादा समय से बंद रहने के बाद पुरातत्व विभाग ने ऐतिहासिक इमारतों को 6 जुलाई से खोलने की इजाजत दे दी है. हालांकि दुनिया के सात अजूबों में शुमार आगरा का ताज महल बंद रहेगा क्योंकि वो कंटेनमेंट जोन में स्थित है.
कौन-कौन सी ऐतिहासिक इमारतें खोली जा रही हैं? इन इमारतों में जाते समय लोगों को किन बातों का ध्यान रखना होगा? इस बारे में सब कुछ यहां जानिए.
6 जुलाई से कौनसी इमारतें खोली जा रही हैं?
आगरा के ज्यादातर ऐतिहासिक स्थल बंद क्यों हैं?
आगरा में ताज महल के साथ ही फतेहपुर सीकरी, आगरा फोर्ट और सिकंद्रा फोर्ट भी बंद रहेंगे क्योंकि ये सब कंटेनमेंट जोन में पड़ते हैं.
इलाहबाद, वाराणसी और चेन्नई में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से यहां के स्थल भी बंद रहेंगे.
ताज महल और आगरा की बाकी इमारतें कब खुलेंगी?
गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, कंटेनमेंट जोन से बाहर स्थित ऐतिहासिक इमारतें ही लोगों के लिए खोली जाएंगी.
क्या इन इमारतों में घूमने जाना सुरक्षित है?
इसके लिए कोई विशेष गाइडलाइन नहीं है. हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि लोग सिर्फ जरूरी कामों के लिए ही घर से बाहर निकलें.
ऐतिहासिक स्थल ऐसे समय में खोले गए हैं, जब भारत दुनिया में कोरोना वायरस से तीसरा सबसे प्रभावित देश बन गया है.
क्या मैं दूसरे राज्य से ऐतिहासिक स्थल घूमने जा सकता हूं?
ये उस राज्य की क्वॉरंटीन गाइडलाइन पर निर्भर करेगा. जैसे कि अगर कोई शख्स चेन्नई या दिल्ली जाता है तो बाहर निकलने से पहले उसे 14 दिन होम क्वॉरंटीन में बिताने होंगे.
ऐतिहासिक स्थल में किसे जाने की इजाजत है?
ऐतिहासिक स्थलों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे होगा?
ऐतिहासिक स्थल के टिकट कैसे खरीदें?
अगले आदेश फिजिकल टिकट बिक्री पर रोक है. ई-टिकट से ही एंट्री मिलेगी. ये टिकट स्थल की वेबसाइट पर मिल जाएंगे.
ऐतिहासिक स्थल जाने पर किन बातों का ध्यान रखना होगा?
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