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प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर एक जानकारी साझा की है, पीएम ने लिखा है कि कुछ लोग मुहिम चला रहे हैं, 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए. पीएम का कहना है कि ये उन्हें विवादों में घसीटने की खुराफात भी हो सकती है.
इसी के साथ पीएम ने ऐसी मुहिम चला रहे लोगों से अपील की है कि अगर इतना ही प्यार है तो गरीब परिवार की जिम्मेदारी उठानी चाहिए.
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान पीएम मोदी ने किया था. 14 अप्रैल को ये अवधि खत्म हो रही थी. लेकिन अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि लॉकडाउन को बढ़ाया जा सकता है. पीएम मोदी ने 8 अप्रैल को अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. इस मीटिंग के बाद बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा ने बताया कि पीएम ने ये साफ किया है कि 14 अप्रैल के बाद एक साथ लॉकडाउन नहीं हटाया जाएगा. मिश्रा के मुताबिक, पीएम का कहना है कि प्री-कोरोना और पोस्ट-कोरोना की जिंदगी एक समान नहीं होने वाली. कांग्रेस सांसद अधीर रंजन और गुलाम नबी आजाद ने तकरीबन यही जानकारी साझा की.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बातचीत में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना के संजय राउत के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके के टीआर बालू, बीजेडी के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआर के मिथुन रेड्डी, एसपी के राम गोपाल यादव, जेडीयू के राजीव रंजन सिंह, एलजेपी के चिराग पासवान, अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल सहित कई बाकी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया.
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