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भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश में 1000 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, तो वहीं 33 हजार से ज्यादा लोग इस वायरस से संक्रमित हैं.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में COVID-19 के 23651 एक्टिव केस हैं, जबकि अब तक 33050 कंन्फर्म केस सामने आए हैं.
भारत में कोरोना वायरस के चलते 1074 लोगों की मौत हो चुकी है.
फिलहाल हालात को देखते हुए लॉकडाउन पर फैसला लेना सरकार के लिए भी मुश्किल हैं, वहीं सबकुछ बंद है, तो लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, आर्थिक मोर्चे पर देश की हालत भी बिगड़ती जा रही है. कई प्राइवेट सेक्टर में लोगों की नौकरियां जा रही हैं, तो वहीं मजदूर किसान भी परेशान हैं.
लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों और दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों और पर्यटकों के लिए एक राहत भरी खबर आई है. केंद्र सरकार ने कुछ शर्तों के साथ राज्यों को लोगों की वापसी को लेकर इजाजत दे दी है. लेकिन अब तक केंद्र के आदेश का हवाला दे रहे राज्यों के पाले में गेंद आ चुकी है. जिसके बाद राज्यों की जिम्मेदारी है कि वो अपने प्रवासी मजदूरों और छात्रों को वापस लाते हैं या फिर नहीं. लेकिन अगर राज्य ये फैसला लेते हैं तो कितने लोगों की घर वापसी होगी.
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