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कोरोना वायरस महामारी के केस हर रोज भारत में बढ़ते ही जा रहे हैं. इस बीच पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि आयुर्वेद के जरिए कोरोना वायरस का इलाज मुमकिन है. बालकृष्ण का दावा है कि उनकी दवा के जरिए 5-14 दिन में कोरोना मरीज ठीक हुए हैं.
आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि उनकी कंपनी ने वैज्ञानिकों की एक टीम तैनात की थी. जिस टीम ने ऐसे कंपाउड ढूंढें जो इस वायरस से मुकाबला कर सकेत हैं.
कोरोना वायरस के इलाज के पतंजलि के दावे कितने सटीक हैं, ये कहना अभी मुश्किल है. बता दें कि अभी तक कोरोना वायरस का पुख्ता इलाज या कोई वैक्सीन ढूंढा नहीं जा सका है.
ताजा इलाज के दावों की बात करें तो अमेरिकी दवा कंपनी रीजनेरॉन फार्मास्यूटिकल्स इंक ने कोविड-19 के इलाज के तौर पर एक नए कॉकटेल एंटीबॉडी के इस्तेमाल की बात कही है. ये पहली बार है कि अमेरिका में इंसानों पर इस दवा का इस्तेमाल किया गया. फिलहाल कुछ मरीजों पर इसका टेस्ट हो रहा है लेकिन जल्द ही ट्रायल में हजारों लोगों को शामिल किया जाएगा.
रीजनेरॉन(Regeneron) फार्मा के चीफ साइंटिफिक ऑफिसर जॉर्ज यांकोपोलस ने रॉयटर्स को बताया कि “अगर सब ठीक जाता है तो एक या दो हफ्ते में ट्रायल का सेकेंड फेज शुरू करेंगे. एक या दो महीने में हमारे पास ये जानने के लिए ठोस आंकड़े होंगे कि ये काम कर रही है या नहीं. गर्मियों के अंत तक हमारे पास इसके इस्तेमाल के लिए पर्याप्त आंकड़े होंगे.”
रिपोर्ट के मुताबिक क्लिनिकल ट्रायल 10 जून से शुरू हुआ. इसमें 4 ग्रुप को शामिल किया गया. पहला, अस्पताल में कोविड-19 के पुष्ट मामले. दूसरा, अस्पताल के बाहर लक्षण वाले मामले. तीसरा, जो अब स्वस्थ हैं, लेकिन आसानी से संक्रमित व्यक्ति. चौथा, पुष्ट मामले से कॉन्टैक्ट रखने वाले स्वस्थ व्यक्ति.
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