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कॉरपोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार के खिलाफ गैर जमानती वारंट रद्द कराने के लिए सीबीआई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. दीपक तलवार के बेटे आदित्य तलवार की इस याचिका पर कोर्ट ने ईडी से जवाब मांगा है. इस मामले पर अब 14 मई को बहस होगी. दिल्ली हाई कोर्ट ने बुधवार को कहा था कि वह वारंट रद्द कराने के लिए संबंधित ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर करें.
आदित्य तलवार ने अपने पिता दीपक तलवार के खिलाफ मनी लांड्रिंग केस को चुनौती दी है. 1 मई को एक ट्रायल कोर्ट ने तलवार के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक इस साल दुबई से प्रत्यर्पण के जरिए भारत लाए गए तलवार को 272 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली थी. ईडी का कहना था कि विदेशी एयरलाइंस कंपनियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश के दौरान वह लगातार पूर्व सिविल एविएशन मिनिस्टर प्रफुल्ल पटेल के संपर्क में था.
ईडी का आरोप है कि 2008-09 में एयर इंडिया के बजाय विदेशी एयरलाइंस कंपनियों को कथित तौर पर फायदेवाले एयर ट्रैफिक राइट्स दिलाने में तलवार ने बिचौलिये की भूमिका निभाई थी. इसके बदले तलवार को यह रकम मिली थी.
दीपक तलवार को 30 जनवरी को यूएई से भारत लाया गया था. इसके बाद 14 फरवरी को उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. गिरफ्तारी से लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने तक इस मामले में जो हुआ उस पर एक नजर-
9 मई - दीपक तलवार के गैर जमानती वारंट को सीबीआई अदालत में चुनौती
8 मई - विदेशी एयरलाइंस को फायदा पहुंचाने वाले मामले में तलवार ने दिल्ली हाई कोर्ट में जमानत याचिका दी
4 अप्रैल - अपनी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताने वाली याचिका वापस ली
27 मार्च - कोर्ट ने पीएमएलए के प्रावधानों को चैलेंज करने वाली तलवार की याचिका खारिज की
15 मार्च - दिल्ली की एक अदालत ने विदेशी एयरलाइंस को फायदा पहुंचाने के मामले में ईडी को तलवार से पूछताछ की इजाजत दी
23 फरवरी - दिल्ली कोर्ट ने दीपक तलवार की सभी जमानत याचिकाओं पर सुनवाई 2 मार्च तक टाली
19 फरवरी - सीबीआई ने एफसीआरए मामले में दीपक तलवार से पूछताछ के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दी
14 फरवरी - अदालत ने दीपक तलवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
30 जनवरी- दीपक तलवार को यूएई से भारत लाया गया
ईडी की जांच से पता चला था कि तलवार के लिंक भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या से भी थे. ईडी के सूत्रों के मुताबिक इन दोनों ने कथित तौर पर एक-दूसरे को जो संदेश भेजे थे, वे जांच एजेंसियों के हाथ लग गए हैं और इनसे इनका रिश्ता साबित हो रहा है. इन संदेशों से पता चलता है कि बिहार सरकार को मनाने की कोशिश की गई थी कि वह शराब पर प्रतिबंध न लगाए. इस संदेश में किंगफिशर लोन स्कैंडल की सीबीआई जांच के दायरे में एयरबस को भी शामिल किए जा सकने पर चिंता जताई गई थी
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