Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019साल के अंत तक वयस्कों का वैक्सीनेशन करने में होंगे सक्षमः केंद्र

साल के अंत तक वयस्कों का वैक्सीनेशन करने में होंगे सक्षमः केंद्र

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- साल के आखिरी तक जुटाएंगे 267 करोड़ वैक्सीन डोज

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
साल के अंत तक वयस्कों का वैक्सीनेशन करने में होंगे सक्षमः केंद्र
i
साल के अंत तक वयस्कों का वैक्सीनेशन करने में होंगे सक्षमः केंद्र
(फाइल फोटो)

advertisement

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि है कि भारत इस साल के अंत तक 267 करोड़ कोविड वैक्सीन जुटा लेगा और देश की पूरी वयस्क आबादी का वैक्सीनेशन करने की स्थिति में होगा. इस संबंध में डॉ हर्षवर्धन ने आधिकारिक बयान जारी किया है.

जुलाई तक 51 करोड़ वैक्सीन डोज उपलब्ध होंगे- डॉ हर्षवर्धन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस साल जुलाई तक कोरोना वैक्सीन के 51 करोड़ डोज उपलब्ध हो जाएंगे और अगस्त से दिसंबर के बीच और अधिक टीके की खुराक मिल जाएंगी. उन्होंने राज्यों से अपील की है कि वे हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर का पूरी तरह से टीकाकरण करें.

पश्चिम बंगाल और नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्यों के हेल्थ मिनिस्टर और प्रिंसिपल सेक्रेटरी/एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के साथ बातचीत के दौरान डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि, अगस्त से दिसंबर 2021 के बीच, भारत 216 करोड़ वैक्सीन जुटा लेगा और जुलाई तक 51 करोड़ डोज उपलब्ध हो जाएंगे.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस साल के आखिरी तक देश की इस स्थिति में रहेगा कि वह अपनी वयस्क आबादी को पूरी तरह से वैक्सीनेट कर देगा.

इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने वैक्सीनेशन को लेकर एक अनुमान जताते हुए कहा था कि जुलाई 2021 तक वैक्सीन के 40 से 50 करोड़ डोज मिल जाएंगे और करीब 25 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगा दी जाएगी.

बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के 19 मई के डेटा के अनुसार, अब तक देश में 18,58,09,302 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. 18,58,09,302

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

उत्तर-पूर्वी राज्यों में काम करने की जरूरत

पश्चिम बंगाल और 8 उत्तर पूर्वी राज्यों में कोविड महामारी के केस तेजी से बढ़ रहे हैं और मृत्यु दर व पॉजिटिविटी रेट में भी वृद्धि हो रही है.

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अब छोटे राज्यों में कोविड-19 महामारी के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है इसलिए इन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जरूरत है.

कोरोना महामारी से निपटने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को लेकर डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड की शुरुआत के समय देश में सिर्फ एक टेस्टिंग लैब थी लेकिन आज देशभर में 2000 से ज्यादा लैब हैं.

डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि हमने टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाकर 25 लाख प्रतिदिन किया है. 18 मई को एक दिन में देश में 20 लाख कोरोना टेस्ट किए गए जो कि दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. यह एक ग्लोबल रिकॉर्ड है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT