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दिल्ली:कोरोना मौतों के आंकड़े क्यों हुए मिसमैच,मंत्री ने दिया जवाब

अस्पतालों ने बताया था कि अस्पताल में मरनेवालों की संख्या और सरकार के आंकड़े मैच नहीं कर रहे हैं.

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सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली
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सत्येंद्र जैन, स्वास्थ्य मंत्री, दिल्ली
(फोटोः ANI)

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दिल्ली में कोरोना वायरस से अस्पतालों में हुई मौत के आंकड़ों की गड़बड़ी के बाद इसकी जांच कराई जा रही थी. हालांकि, अब जांच रिपोर्ट के बारे में बताते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि काउंटिंग में किसी तरह की गलती नहीं हुई है. दिल्ली में जितने लोग कोविड-19 से मरे हैं उनकी गिनती की गई है और आंकड़ों को छिपाया नहीं गया है. बता दें कि, अस्पतालों ने बताया था कि अस्पताल में मरने वालों की संख्या और सरकार के आंकड़े मैच नहीं कर रहे हैं.

मई महीने के शुरुआत में कुछ अस्पतालों ने कहा था कि, जितने मौत अस्पताल में हुए हैं उनका डेटा सरकार के डेटा से मैच नहीं कर रहा है. जिस वक्त ये बात बताई गई थी उस वक्त अस्पताल में कोविड-19 से मौत का आंकड़ा 116 था जबकि सरकार ने 66 मौत का आंकड़ां पेश किया था.

आंकड़ों के मिसमैच को लेकर दिल्ली सरकार ने इसकी जांच कराने की बात कही थी. वहीं अब जांच रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि,

‘आंकड़ों में कोई गलती नहीं है. दिल्ली में जितने भी लोग कोविड-19 से लोग मरे हैं. उनका आंकड़ा बिल्कुल सही है. इन आंकड़ों में संदिग्धों का मामला नहीं जोड़ा गया है.’

चार अस्पतालों के डेटा में था अंतर

खबरों के मुताबिक, आरएमएल अस्पताल, लोक नायक अस्पताल, लेडी हॉर्डिंग मेडिकल कॉलेज और झज्जर एम्स के रिकॉर्ड में कोरोना से मरनेवालों की संख्या जो थी वह सरकार के आंकड़े से बिलकुल अलग थे. इसमें जब आरएमएल अस्पताल में 52 मौत हुई थी तो सरकार ने बुलेटिन में 26 बताया था. इसी तरह एम्स झज्जर में 14 मौत हुई थी तो बुलेटिन में 2 रिकॉर्ड किया गया था. वहीं, लोक नायक अस्पताल में 47 मौत हुई थी तब सरकार ने 5 मामला दर्ज किया था.

अब इसकी जांच के बाद रिपोर्ट में कहा गया है कि, रिकॉर्ड में संदिग्ध मौत को नहीं जोड़ा गया था. इसलिए डेटा मैच नहीं हो रहा था. 

इसका मतलब साफ है कि, अस्पताल में जो मौत हुए हैं और रिकॉर्ड में नहीं लिया गया उसे सरकार संदिग्ध मौत बता रही है.

आंकड़े छिपाने को लेकर मंत्री ने दिया था जवाब

इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आंकड़ों को छिपाने को लेकर विपक्ष के आरोप पर जवाब दिया था कि, डेटा छिपाने का कोई सवाल ही नहीं है. अगर हमें डेटा हमें छुपाना होता तो हम कोई डेटा ही नहीं बताते.

बता दें दिल्ली में अब तक 208 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई है. जबकि मरीजों की संख्या 12,319 हो गई है. 24 घंटे में 660 नए संक्रमित मरीजों के मामले सामने आए. वहीं, 14 लोगों की मौत हुई है.

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Published: 22 May 2020,04:34 PM IST

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