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कोरोना महामारी को लेकर सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी को रोकने के लिए सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं. मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेक्नोलॉजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य साइट्स से करीब 100 पोस्ट हटाने को कहा है, जिनमें कोरोना महामारी को लेकर गलत जानकारी दी गई है.
सूत्रों के हवाले से आईटी मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, इस समय जब पूरा देश कोविड के खिलाफ साहस के साथ लड़ाई लड़ रहा है, ऐसे समय में कुछ लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग करके डर का माहौल बना रहे हैं. आईटी मिनिस्ट्री ने कोविड से संबंधित गलत पोस्ट से जुड़े यूआरएल को हटाने का कहा है ताकि कोविड महामारी के विरुद्ध जारी लड़ाई में किसी तरह की बाधा न आए.
कोरोना से संबंधित पोस्ट को हटाने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को दिए नोटिस पर बचाव करते हुए, आईटी मंत्रालय के सीनियर अफसर ने कहा कि, जब सोशल मीडिया का इस्तेमाल सरकार की आलोचना के लिए करते हैं, तो कोविड-19 महामारी जैसी आपदा के समय में मदद और बेहतर सुझावों को भी दिया जा सकता है, जिससे इस महामारी पर नियंत्रण पाया जा सके. इसलिए यह जरूरी था कि ऐसे यूजर्स के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाए जो मानवीय संकट के इस गंभीर हालात में सोशल मीडिया का दुरुपोयग कर रहे हैं.
आईटी मिनिस्ट्री की ओर से यह एक्शन तब लिया गया है एक दिन पहले 24 अप्रैल को ट्विटर ने कहा था कि उसने केंद्र सरकार द्वारा चिन्हित करीब 50 ट्वीट को हटा या उन्हें एक्सेस करने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
बता दें कि देश में कोरोना की दूसरी लहर से हालात गंभीर होते जा रहे हैं. राष्ट्रीय संकट के इस दौर में कोविड-19 महामारी को लेकर सोशल मीडिया पर पुराने चित्रों और वीडियों के जरिए गलत जानकारियां फैलाई जानी शुरू कर दी गई है, जो कि कोविड प्रोटोकॉल के तहत गलत है.
केंद्र सरकार ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में बाधा और सार्वजनिक व्यवस्था में गड़बड़ी को रोकने के लिए इन सोशल मीडिया पोस्ट को हटाने का निर्देश दिया है.
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