advertisement
कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लागू 21 दिनों के लॉकडाउन के बीच प्रवासी कृषि मजदूरों, उद्योगों में लगे कामगारों और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों का उनके कार्यस्थल से घरों की ओर पलायन देखने को मिल रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के बीच बड़े पैमाने पर हो रहे पलायन को रोकने के लिए राज्यों को एडवायजरी जारी की है.
गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सुनिश्चित करें कि सभी होटल, किराए के मकान/कमरे और छात्रावास आदि संचालित होते रहें और जरूरी चीजों की आपूर्ति सही तरीके से हो ताकि छात्र और कामकाजी महिलाएं, छात्रावासों में रहने वाले लोग जहां हैं वहीं बने रहें.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 28 मार्च को बताया गया, ''कोरोनावायरस के संक्रमण से निपटने हेतु लागू लॉकडाउन के कारण पलायन कर रहे कामगारों की मदद के लिए यूपी सरकार ने 1000 बसों का इंतजाम किया है, जिससे लोग अपने गंतव्य स्थान तक बिना किसी परेशानी के पहुंच सकें.''
इसके अलावा बताया गया, ''इन अपरिहार्य परिस्थितियों में पलायन कर अपने गंतव्य स्थानों तक जा रहे कामगारों के भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं का भी इंतजाम मुख्यमंत्री द्वारा सुनिश्चित किया जा रहा है.''
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)