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कोरोनावायरस का कहर अमेरिका में तेजी से दिख रहा है. पॉजिटिव केसों के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर पहुंच गया है. इस दौरान अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में काम कर रही डॉक्टर कामिनी डोबे ने इस आपतकालिन स्थिति में अपना अनुभव साझा किया है. उन्होंने कहा, उन्हें पता है कि मौत इस बीमारी का हिस्सा है, लेकिन लोग अपनों से मिलने के लिए तड़प रहे हैं और कुछ मरीज अकेले भी दम तोड़ रहे हैं.
डोबे ने कहा, कोरोनावायरस के मरीज जिसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और वेंटिलेटर पर संघर्ष करते हुए उसकी मौत हो गई. लेकिन वायरस का प्रसार फैलने से रोका जा सके इसलिए उसके परिवारवालों को मिलने की अनुमति नहीं थी. उन्होंने आगे कहा,
उन्होंने बताया कि, बहुत से लोग अकेले मर रहे हैं, जिनके आसपास कोई परिवार नहीं है. ये सबसे भयानक होता है. उन्होंने कहा, मैंने कभी ऐसा अनुभव नहीं किया. ये बहुत अराजक स्थिति है जब डॉक्टर और दूसरे स्वास्थ्य देखभाल करने वाले कर्मी रोगियों की इतने तादाद से निपटने के लिए सख्त कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, मैंने कभी अपने जीवन में इस तरह से शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद को इतना कमजोर नहीं पाया था.
डोबे ने कहा हम खुद के लिए भी चिंतित हैं, वह चाहती है कि अस्पताल कर्मियों की सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश की जाए. उन्होंने कहा, हम कभी ये सोचकर इस क्षेत्र में नहीं आए थे कि हम शहीद होने जा रहे हैं. ये युद्ध का मैदान नहीं है और न ही युद्ध क्षेत्र है. ये गंभीर संकट है, जिसमें हम शामिल है.
उन्होंने कहा, मैं उन सभी प्रकार के विकल्पों के बारे में चिंतित हूं जो सभी डॉक्टरों के लिए है.
डोबे ने कहा, “किसी को मरते देखना वाकई दर्दनाक है. यह वास्तव में दर्दनाक है कि भविष्य में क्या होगा किसी को नहीं पता. हम आपकी रक्षा के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इसलिए मुझे उम्मीद है कि हम सभी एकजुटता के साथ एक दूसरे की रक्षा कर सकते हैं.
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