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बिस्तर पर पिता का शव, बगल में बैठी मां और बेटा वीडियो बनाकर गुहार लगा रहा है कि कोई तो मदद कर दे, जिससे पिता के शव को अंतिम संस्कार के लिए लाया जा सके. कोरोना वायरस से संक्रमित ये पूरा परिवार किसी जंगल, देश की पिछड़े गांव या टापू पर नहीं रहता है. ये परिवार देश की राजधानी दिल्ली से कुछ मिनटों की दूरी पर पड़ने वाले यूपी के नोएडा में रहता है. सेक्टर-76 में रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग का निधन कोरोना वायरस से हो गया और 12 अप्रैल को ये संक्रमित परिवार मदद की गुहार लगा रहा था कि कोई एंबुलेंस भिजवा दे तो अंतिम संस्कार हो जाए.
वीडियो में मृत शख्स के बेटे कह रहे हैं,
मृतक बुजुर्ग की कोरोना वायरस पॉजिटिव रिपोर्ट 9 अप्रैल को आई थी. प्राइवेट लैब के जरिए ये टेस्टिंग हुई थी उसके बाद निजी अस्पताल के एक डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन में थे. परिवार का आरोप है कि तबीयत बिगड़ी तो परिवार ने मदद के लिए RRT पर कॉल किया था.
वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय से प्रेस रिलीज जारी किया गया और कहा गया कि पीड़ित की तरफ से कॉल सेंटर या RRT पर कॉन्टेक्ट ही नहीं किया गया.
मृतक के बेटे ने क्विंट हिंदी से बातचीत में कहा कि अगर समय से इलाज मिल जाता तो वो बच जाते.
जिस बुजुर्ग की मौत हुई है, उन्हें को-मॉर्बिडिज थी और हाइपरटेंशन भी था. ऐसे में बुजुर्ग को आखिर होम आइसोलेशन की सलाह कैसे दी जा सकती है. CMO ने अब होम आइसोलेशन देने वाले डॉक्टर के खिलाफ जांच बिठाई है.
अब मृतक के बेटे और उनकी पत्नी कोविड अस्पताल में एडमिट हैं. घर के कुछ और लोगों में लक्षण हैं.
बता दें कि लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, गौतमबुद्ध नगर समेत पूरे यूपी में कोरोना वायरस की हालत बदतर होती जा रही है. हर दिन के साथ नए केस में बढ़ोतरी तो हो ही रही है साथ ही अलग-अलग जिलों से हेल्थ सिस्टम में खामियों, बेड न मिलने, अस्पताल में इलाज न मिलने की खबरें आ रही हैं.
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