Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019देश के सभी राज्यों में 2 जनवरी से होगा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

देश के सभी राज्यों में 2 जनवरी से होगा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

इससे पहले चार राज्यों में 28 और 29 दिसंबर को हुआ था ड्राई रन 

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
इससे पहले चार राज्यों में 28 और 29 दिसंबर को हुआ था ड्राई रन 
i
इससे पहले चार राज्यों में 28 और 29 दिसंबर को हुआ था ड्राई रन 
(फाइल फोटो)

advertisement

भारत में कोरोना वैक्सीन का इंतजार अब खत्म होने वाला है. उम्मीद है कि नए साल की शुरुआत में ही वैक्सीन को मंजूरी मिल जाएगी. लेकिन इसे लेकर अब तैयारियां भी तेजी से शुरू हो चुकी हैं. पहले जहां वैक्सीन का 4 राज्यों में ड्राई रन हुआ, वहीं अब देश के सभी राज्यों में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन होगा. बताया गया है कि 2 जनवरी से इसे शुरू किया जाएगा.

चार राज्यों में हुआ था सफल ड्राई रन

पहले हुए ड्राई रन की तरह इस बार भी सभी राज्यों के कुछ जिलों को इसके लिए चुना जाएगा. जिनमें वैक्सीन लगाने को लेकर हर तैयारी का टेस्ट होगा. इससे पहले 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों- असम, आंध्र प्रदेश, पंजाब और गुजरात में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन हुआ था. इसके लिए जिला कलेक्टर को जिले के साथ ब्लॉक स्तर पर भी पूरी टास्क फोर्स के साथ ड्राइ रन करने के निर्देश दिए गए थे. चारों राज्यों में हुआ ये ड्राई रन सफल रहा था.

ये भी बताया गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कम से कम तीन जगहों पर ड्राई रन होगा. साथ ही कुछ राज्य इस दौरान अपने उन इलाकों का भी परीक्षण कर सकते हैं जो पहाड़ी हों या जहां पर लॉजिस्टिक में परेशानी आने की संभावना हो. 
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

क्या होता है ड्राई रन

जैसे किसी भी बड़े आयोजन के लिए पहले तैयारियों का जायजा लिया जाता है या फिर उसकी रिहर्सल की जाती है, उसी तरह कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए निर्धारित सिस्टम का टेस्ट करना, प्रक्रिया में खामियों को देखना और असली ड्राइव से पहले उन्हें ठीक करने के लिए ड्राई रन किया जा रहा है. इसमें वैक्सीन की जगह किसी दूसरी दवा या फिर खाली बोलतों को ठीक उसी तरह से जिलों तक पहुंचाना होता है, जैसे असली वैक्सीन पहुंचेगी. साथ ही लोगों के डेटा लेना और उन्हें वैक्सीन लगाना भी टेस्ट किया जाता है. जहां सुधार की जरूरत दिखती है, उसे नोट किया जाता है और अधिकारियों को बताया जाता है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT