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उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या के आरोप में मंगलवार को पुलिस ने बच्ची के पिता को गिरफ्तार कर लिया. वारदात बीती 25 नवंबर की है. पुलिस का दावा है पिता ने दुष्कर्म और हत्या की है. बेटी की चीख किसी को सुनाई न पड़े, इसलिए उसने उसका मुंह दबा दिया था.
पुलिस ने बताया कि पिता और बच्ची के कपड़े फोरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं. सबूत के लिए पिता का डीएनए टेस्ट कराया जा सकता है.
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में निकाय चुनाव को लेकर चल रही रंजिश में हिंदू युवा वाहिनी (हियुवा) के जिला उपाध्यक्ष पर जानलेवा हमला किया गया. ये हमला उस वक्त किया गया जब वो एक प्रत्याशी का प्रचार कर कार से वापस घर जा रहे थे. बिंदकी कोतवाली के ठिठौरा गांव निवासी अक्षय प्रताप सिंह हियुवा के जिला उपाध्यक्ष हैं. सोमवार सुबह वो शादीपुर वार्ड से सभासद के एक प्रत्याशी के प्रचार में गए थे. शाम को प्रचार थमने के बाद गांव जाने के लिए अपनी कार से निकले थे.
परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है.
सुरक्षा एजेंसियों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक कथित सदस्य को गिरफ्तार किया है. सुरक्षा एजेंसी ने दावा किया कि वो आर्मी कैंप और इलेक्ट्रिसिटी प्रोजेक्ट वाली जगहों की रेकी कर रहा था. आरोपी की पहचान अब्दुल नईम शेख के तौर पर हुई है. वो महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है. उसे लखनऊ से गिरफ्तार किया गया.
साल 2014 से ही आतंकवाद के एक मामले में शेख की तलाश थी और वो उस वक्त से फरार था. आगे की जांच के लिए मामले को एनआईए के हवाले कर दिया गया है.
हरियाणा पुलिस ने दुष्कर्म के जुर्म में जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम सिंह की सबसे करीबी हनीप्रीत के खिलाफ मंगलवार को आरोपपत्र दायर किया. हनीप्रीत पर डेरा प्रमुख राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद 25 अगस्त को हरियाणा के पंचकूला और अन्य जगहों पर हिंसा फैलाने का आरोप है. हरियाणा पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) की ओर से पंचकूला में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में 979 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया गया.
हनीप्रीत 25 अगस्त की हिंसा की घटना के बाद 38 दिन तक फरार रही थी. उसे 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था.
फरीदाबाद पुलिस ने चोरों के एक शातिर गिरोह का भंडाफोड़ करने में कामयाबी हासिल की है. 7 बदमाशों के इस गिरोह में से 4 चोरों को गिरफ्तार कर लिया गया है. चोरों का ये गिरोह काफी समय से इलाके में सक्रिय था और चोरी की कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है.
गिरोह के बाकी 3 बदमाश फरार चल रहे हैं और अब तक गिरफ्तार नहीं किए जा सके हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फरार बदमाशों को पकड़ने के लिए इंटरपोल और नेपाल पुलिस की मदद ली जाएगी.
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