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भीषण चक्रवातीय तूफान ‘गाजा' शुक्रवार सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु तट से गुजरा. उस वक्त हवा की रफ्तार करीब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा थी. तमिलनाडु राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, निचले इलाकों से 76,290 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. इन सभी को नागपट्टिनम, पुदुकोट्टई, रामनाथपुरम और तिरूवरूर समेत छह जिलों में स्थापित 300 से ज्यादा राहत शिविरों में रखा गया है.
नागपट्टिनम के शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘गंभीर चक्रवातीय तूफान ‘गज' शुक्रवार की सुबह नागपट्टिनम और वेदारण्यम के बीच तमिलनाडु और पुडुचेरी तट से गुजरा.... इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा के बीच थी जो बढ़कर 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच गई.''
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भीषण चक्रवातीय तूफान के बाद बड़ी संख्या में पेड़ों के गिरने और बिजली के तारों के टूटने से तटीय जिलों में विनाश का दृश्य पैदा हो गया और 13 लोगों की जान इसमें चली गयी.
अधिकारियों के मुताबिक, तूफान से संबंधित घटनाओं में दस पुरुष और तीन महिलाओं की मौत हो गयी. 28 मवेशी बह गए. अधिकारियों ने करीब 81,948 लोगों को कुड्डलूर, नागपट्टिनम, रामनाथपुरम, तंजावुर, पुडुकोट्टई और तिरुवरुर जिलों के 471 राहत केंद्रों में पहुंचाया. तूफान से नागपट्टिनम जिले के वेलनकन्नी में 16वीं सदी का बेसीलिका चर्च तबाह हो गया.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीसामी ने गाजा साइक्लोन के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि अब तक इस चक्रवाती तूफान से 11 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार ने मृतक आश्रितों को 10 लाख रुपये की मदद का ऐलान किया है.
इस चक्रवाती तूफान में जो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, उन्हें 1 लाख और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 25 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
मौसम विभाग के उपमहानिदेशक एस. बालाचन्द्रन ने बताया, ‘‘हालांकि तूफान का केन्द्र जमीन के ऊपर है लेकिन उसका कुछ हिस्सा समुद्र के ऊपर भी है. इसके पूरी तरह जमीन पर आने में करीब एक घंटे का समय लगेगा.'' उन्होंने कहा कि तूफान को तटीय क्षेत्र से पूरी तरह गुजरने में करीब और दो घंटे का वक्त लगेगा.
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवातीय तूफान के पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले छह घंटे में कमजोर पड़ने की संभावना है. इस दौरान नागपट्टिनम, तिरूवरूर और तंजावुर में भारी बारिश हुई. कई क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए. चक्रवात के मद्देनजर यहां और तटवर्ती क्षेत्रों में कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित रही. एनडीआरएफ की चार टीमें पहले से ही नागपट्टिनम में मौजूद हैं जबकि स्टेट डिजास्टर एक्शन फोर्स की दो टीमों को कडलूर में तैनात की गई है.
चक्रवाती तूफान 'गाजा' शुक्रवार को तमिलनाडु तट से टकराया भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, शुक्रवार रात 12.30 बजे से 2.30 बजे तक नागापट्टिनम और वेदारायणम के बीच तूफान ने दस्तक दी. इस दौरान 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल रही है.
तमिलनाडु सरकार का कहना है कि तूफान की वजह से टूटे पेड़ों को हटाया जा रहा है. आईएमडी के मुताबिक, तमिलनाडु और दक्षिण केरल में भारी बारिश हो सकती है.
गाजा चक्रवात को जोर पकड़ते देख इंडियन नेवी के दो जहाजों रणवीर और खंजर को राहत कार्य के लिए तैयार रखा गया है. किसी भी हालात से निपटने के लिए हेलीकॉप्टर, ड्रॉनियर एयरक्राफ्ट और P81 विमानों को तैयार रखा गया है. तूफान के खतरे को देखते हुए तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र के तटवर्ती इलााके में मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है.