Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019News Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019India Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019तमिलनाडु में तूफान, पीएम ने की सीएम पलानीस्वामी से बात

तमिलनाडु में तूफान, पीएम ने की सीएम पलानीस्वामी से बात

बंगाल के दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बने दबाव के कारण चक्रवाती तूफान निवार तेज हो गया है.

क्विंट हिंदी
भारत
Published:
(फोटो: क्विंट)
i
null
(फोटो: क्विंट)

advertisement

बंगाल के दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बने दबाव के कारण चक्रवाती तूफान निवार तेज हो गया है. यह पुडुचेरी के 410 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और चेन्नई के 450 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है. यह जानकारी भारत के मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को दी.

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटों में इस गंभीर चक्रवाती तूफान के और तेज होने की आशंका है. यह बुधवार शाम 8 बजे के आसपास कराईकल और ममल्लापुरम के बीच तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटों को 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पार कर जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तमिलनाड़ु और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों से बात की, जहां से होकर बुधवार को चक्रवाती तूफान निवार गुजरेगा. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “

चक्रवाती तूफान निवार की स्थिति के मद्देनजर तमिलनाड़ु के मुख्यमंत्री श्री पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री श्री वी नारायणसामी से बात की है. केंद्र की तरफ से हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया है. मैं प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में रहने वालों की सुरक्षा और बेहतरी की कामना करता हूं.

इससे पहले सोमवार को, केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आ रहे चक्रवात की स्थिति की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी)की बैठक की अध्यक्षता की थी.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

मौसम विभाग के मुताबिक हवा में आई अचानक तेजी से इसकी रफ्तार 80-90 किमी प्रति घंटे होने की संभावना है, जो मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु के पुडुचेरी तट से दूर चली गई, बुधवार को हवा के 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार और 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली फुहारों के साथ दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु और पुदुचेरी के साथ-साथ बहने की संभावना है.

इन क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति बहुत उतार-चढ़ाव वाली होने की संभावना है. मछुआरों को इन समुद्री क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी जाती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT