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ओडिशा और बंगाल के इलाकों में बुधवार सुबह चक्रवात यास की वजह से भारी बारिश देखने को मिली है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास के मुताबिक, 'बहुत भीषण चक्रवाती तूफान' यास बुधवार दोपहर तक लैंडफॉल कर सकता है. इस दौरान हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है और यह 155 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है.
बुधवार को ओडिशा के धामरा, पारादीप और चांदीपुर, जबकि पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में भारी बारिश देखने को मिली है. पश्चिम बंगाल के दीघा में समुद्र की तेज लहरें दिखी हैं.
यास के बुधवार को ओडिशा में दस्तक देने के मद्देनजर राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को अधिकारियों से कहा कि लोगों का जीवन बचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं.
एसआरसी ने बताया था कि एनडीआरएफ की 52 टीम, ओडीआरएएफ की 60 टीम, अग्निशमन दल की 206 टीम और वन विभाग की लकड़ी काटने वाली 60 टीम को दस तटीय एवं आसपास के जिलों में तैनात कर दिया गया है.
कोलकाता एयरपोर्ट पर बुधवार को सुबह 8:30 से शाम 7:45 बजे तक फ्लाइट ऑपरेशन सस्पेंड रहेंगे. अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 45 टीमों को तैनात किया गया है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा था कि राज्य सरकार ने चक्रवात यास से निपटने के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए हैं, जो राज्य के 20 जिलों को प्रभावित कर सकता है. बनर्जी ने कहा था कि राज्य किसी भी नुकसान से बचने के लिए कम से कम 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का लक्ष्य बना रहा है.
पश्चिम बंगाल वन विभाग ने यास के मद्देनजर राहत और बचाव कार्यों के लिए तीन जिलों में 16 दलों का गठन किया है. एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोलकाता , उत्तर और दक्षिण 24 परगना में इन दलों का गठन किया गया है.
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