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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधियों और दूरसंचार, बिजली, नागरिक उड्डयन, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों के सचिवों के साथ बैठक कर यास चक्रवात से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा करेंगे. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस बैठक में गृह मंत्री और दूसरे मंत्री भी शामिल होंगे.
इससे पहले कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने शनिवार को एक बैठक में यास से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की और देश के शीर्ष नौकरशाहों को COVID-19 मरीजों, अस्पतालों और ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया.
बयान में बताया गया, ‘‘केंद्र और राज्य की एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए गौबा ने इस बात पर जोर दिया कि सभी कदम समय पर उठाए जाएं ताकि जान-माल के नुकसान को न्यूनतम किया जा सके.’’
इसके अलावा बयान में कहा गया,
राष्ट्रीय संकट मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बैठक में बताया कि उसने प्रभावित क्षेत्रों में तैनाती के लिए कुल 85 टीमें तैयार की हैं. उनमें से 20 टीमें देश के कई शिविरों में मुस्तैद रहेंगी और जरूरत के अनुसार उनकी तैनाती की जाएगी.
पश्चिम बंगाल सरकार भी चक्रवात यास के मद्देनजर एहतियाती कदम उठा रही है. शनिवार को राज्य सचिवालय में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री रवाना कर दी गई है और अधिकारियों को तटवर्ती और नदी क्षेत्रों के आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने को कहा गया है.
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