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दलाई लामा के कई सलाहकार, तिब्बती अधिकारी भी पेगासस के संभावित टारगेट थे: रिपोर्ट

कई Tibetan अधिकारियों और एक्टिविस्ट का नाम लीक हुए डेटाबेस में पाया गया

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<div class="paragraphs"><p>Tibetan अधिकारियों और एक्टिविस्ट का नाम लीक हुए डेटाबेस में पाया गया</p></div>
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Tibetan अधिकारियों और एक्टिविस्ट का नाम लीक हुए डेटाबेस में पाया गया

(फोटो: @DalaiLama/Twitter)

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तिब्बत (Tibet) के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा (Dalai Lama) के करीबी सलाहकारों का नाम पेगासस (Pegasus) की संभावित सर्विलांस टारगेट लिस्ट में पाया गया है. द गार्डियन के मुताबिक, बौद्ध धर्मगुरुओं के स्टाफ, कई तिब्बती अधिकारियों और एक्टिविस्ट का नाम भी लीक हुए डेटाबेस में पाया गया है. रिपोर्ट का कहना है कि इन सभी लोगों को 2017 के अंत से 2019 के शुरुआत के बीच टारगेट के तौर पर चुना गया था.

हालांकि, इनके फोन नंबरों का लिस्ट में आना ये पक्का नहीं करता कि इनके फोन पेगासस से संक्रमित हुआ था. इसका पता लगाने के लिए फॉरेंसिक एनालिसिस करना पड़ेगा.

द वायर के मुताबिक, दलाई लामा के करीबियों की संभावित सर्विलांस के पहले रिकॉर्ड 17वें ग्यालवांग करमापा उग्येन त्रिनले दोरजे के स्टाफ से संबंधित हैं. दोरजे तिब्बती बौद्ध समुदाय में तीसरे सबसे बड़े साधु हैं. वो 2017 की शुरुआत से ही भारत से बाहर रह रहे हैं.

करमापा साल 2000 में भारत से भाग गए थे. उनके और भारतीय इंटेलिजेंस समुदाय के रिश्ते अच्छे नहीं थे. द वायर की रिपोर्ट कहती है कि मार्च 2018 में करमापा ने डोमिनिकन पासपोर्ट ले लिया था.

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कई बड़े अधिकारी बने टारगेट

दलाई लामा के भारत में लंबे समय तक दूत रहे टेंपा भी संभावित सर्विलांस लिस्ट में दिखते हैं. सेरिंग अब दलाई लामा के दफ्तर के इंडिया एंड ईस्ट एशिया के डायरेक्टर हैं.

द वायर की रिपोर्ट कहती है कि दलाई लामा के वरिष्ठ सलाहकार तेंजिन तक्लहा और चिम्मी रिग्जेन का नाम भी लिस्ट में है. अगले दलाई लामा का चुनाव करने वाले ट्रस्ट के प्रमुख सामदोंग रिनपोचे भी मध्य 2018 में टारगेट चुने गए थे.

रिकॉर्ड्स दिखाते हैं निर्वासित तिब्बती सरकार के तत्कालीन प्रमुख लोबसांग सांगेय और दूसरे कई तिब्बती एक्टिविस्ट के फोन नंबर भी चुने गए थे.

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