advertisement
भारत ने ईरान से कहा है कि वह उससे तेल खरीदे जाने पर फैसला मौजूदा लोकसभा चुनाव के बाद करेगा. यह बात भारत के दौरे पर आए ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ से भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को कही.
बता दें कि सुषमा और जरीफ की यह बातचीत अमेरिका की तरफ से भारत सहित 8 देशों को ईरान से तेल खरीदने को लेकर मिली छूट खत्म होने के बाद हुई है. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि ईरान के विदेश मंत्री अपनी पहल पर ही भारत की यात्रा पर आए. उनके इस दौरे का मकसद हालिया गतिविधियों पर ईरान के रुख से भारत को अवगत कराना था.
ईरानी विदेश मंत्री की ये यात्राएं ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव और फारस की खाड़ी में संकट के बाद हो रही है. बताया जा रहा है कि ईरान से तेल खरीदे जाने के मामले पर पिछले कुछ हफ्तों में भारत पर अमेरिका का दबाव बढ़ा है.
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल का कंज्यूमर है, जिसकी कच्चे तेल की 85 फीसदी और नेचुरल गैस की 34 फीसदी जरूरतें आयात से पूरी होती हैं. साल 2016 में भारत ने कुल 215 मिलियन टन कच्चे तेल का आयात किया था. इसमें 13 फीसदी हिस्से के साथ ईरान भारत का तीसरा सबसे बड़ा ऑयल सप्लायर था. इस मामले में उससे ऊपर 18-18 फीसदी हिस्से के साथ सऊदी अरब और इराक का नंबर था.
ये भी देखें- चुनाव ट्रैकर 14: हंग पार्लियामेंट, क्षेत्रीय नेताओं में कौन किधर?
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)