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चीन सीमा मुद्दे पर राजनाथ सिंह ने एके एंटनी, शरद पवार को ब्रीफ किया: रिपोर्ट

AK Antony और Sharad Pawar रक्षा मंत्री रह चुके हैं

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<div class="paragraphs"><p>AK Antony और Sharad Pawar रक्षा मंत्री रह चुके हैं</p></div>
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AK Antony और Sharad Pawar रक्षा मंत्री रह चुके हैं

(फोटो: PTI)

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केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने 16 जुलाई को कांग्रेस नेता एके एंटनी (AK Antony) और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) से मुलाकात की और चीन के साथ सीमा पर स्थिति (China Border Row) को लेकर उन्हें जानकारी दी. एंटनी और पवार रक्षा मंत्री रह चुके हैं. ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस बैठक में CDS जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद रहे.

राजनाथ सिंह और दो पूर्व रक्षा मंत्रियों की ये बैठक 19 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र से पहले हुई है. संसद सत्र से पहले और चीन के साथ जारी तनाव के बीच इसे सरकार का आउटरीच कदम बताया जा रहा है.

पिछले साल गलवान में हुई हिंसक झड़पों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने सरकार के साथ एकजुटता दिखाई थी.

तब से अब तक चीन के साथ भारत के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं. पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो झील को छोड़कर चीनी सेना अभी बाकी और जगहों से पीछे नहीं हटी है.

कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संसदीय रणनीति बैठक में पार्टी ने मानसून सत्र में चीन के साथ सीमा विवाद को उठाने का फैसला किया है.

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सेना ने भारत-चीन झड़प से इनकार किया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 14 जुलाई को केंद्र सरकार पर चीन को लेकर हमला बोला था. राहुल ने बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट साझा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच फिर झड़प हुई है.

हालांकि, भारतीय सेना ने इस रिपोर्ट को 'गलत और निराधार' बताया था.

गांधी ने इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए लिखा, "भारत सरकार का रक्षा और विदेश नीति को घरेलू राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने से देश कमजोर हो गया है. भारत कभी इतना असुरक्षित नहीं था."

14 जुलाई को ही रक्षा मामलों की स्थायी संसद समिति की बैठक में कथित रूप से चीन और अफगानिस्तान का मुद्दा उठाने की इजाजत न मिलने पर राहुल गांधी ने वॉकआउट कर दिया था. बैठक का एजेंडा 'कैंटोनमेंट बोर्ड की वर्किंग का रिव्यू' था. इस समिति के अध्यक्ष बीजेपी सांसद जुआल ओराम हैं.

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