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देखा-अनदेखा हिंदुस्तान: कौन सुनेगा बेरोजगारों की टीस, BHU की बढ़ी फीस

Dekha Undekha Hindustan: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के बाद BHU में फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन

मुकुल सिंह चौहान
भारत
Published:
<div class="paragraphs"><p>देखा-अनदेखा हिंदुस्तान</p></div>
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देखा-अनदेखा हिंदुस्तान

क्विंट हिंदी

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गाड़ियों का काफिला, काफिला किसका? SP और DM साहब का, UP के सीतापुर की 'गड्ढा मुक्त' सड़क. एक तरफ अधिकारियों का काफिला था तो दूसरी तरफ ई रिक्शे पर आम लोग सवार थे, ई रिक्शे वाले आम लोगों ने साहब के काफिले को निकलने की जगह दी तभी 'गड्ढा मुक्त सड़क' में ई रिक्शा गिर गया, मगर क्या मजाल कि काफिला रुकता, कुछ मदद के हाथ बढ़ते. अब ये कोई फ़िल्म का सीन तो था नहीं कि अधिकारी काफिला रोकते. तो भाई, काफिला गुज़र गया आम लोग देखते रहे बाक़ी सुनने में आता है कि VIP कल्चर देश से ख़त्म हो गया है. उधर मीडिया ने हेडलाइन ये बनाई कि वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काफिला रोककर एंबुलेंस को रास्ता दिया और पुलिस एस्कॉर्ट कर उसे अस्पताल पहुंचाया.

यूपी सरकार के विभागों में ग्रुप सी पदों पर होने वाली भर्तियों के लिए 15-16 अक्टूबर को UPPET 2022 का आयोजन किया गया. बदइंतजामी का आलम ऐसा की जिन लोगों ने रिजर्वेशन करवाए थे उनके लिए भी ट्रेन के गेट नहीं खुले,सेंटर दूर-दूर दिए गए. 37 लाख अभ्यर्थियों को परीक्षा देनी थी और उनकी सहूलत का पूरा  ध्यान नहीं रखा गया. अभ्यर्थी पूछ रहे हैं -कांवड़ियों पर फूल और छात्र के लिए शूल क्यों?

फायदा किसी और चीज़ का भी उठाया जा रहा है वो है जाति का. ऑक्सफैम इंडिया और न्यूजलांड्री की ‘भारतीय मीडिया में वंचित जाति समूहों का प्रतिनिधित्व’ नाम से एक रिपोर्ट आई जिससे पता चलता है कि भारतीय मीडिया में 90 प्रतिशत शीर्ष पदों पर ऊंची जातियों के लोग मौजूद हैं.भारत में कोई भी दलित या आदिवासी समुदाय का सदस्य मुख्यधारा की मीडिया का नेतृत्व नहीं कर रहा है. यह बेहद खतरनाक स्थिति है. बिना प्रत्येक जाति, लिंग, धर्म के प्रतिनिधित्व के न्याय नहीं सम्भव है फिर बात चाहे मीडिया की हो या किसी अन्य क्षेत्र की. वो भी तब जब देश में कथित अगड़ों से ज्यादा पिछड़े हैं.

इसी हफ्ते दोस्तों ग्लोबल हंगर इंडेक्स जारी की गई. इस इंडेक्स से देश में भुखमरी की स्थिति का पता चलता है और भारत के लिए स्थिति बेहद गम्भीर है. ऐसा मैं नहीं कह रहा, ये रिपोर्ट कह रही है.121 देशों की रैंकिंग में भारत 107वें नंबर पर है. अब आपकी जिज्ञासा आपके पड़ोसियों के प्रति भी जाग गयी होगी तो भाई इस रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका भारत से बेहतर स्थिति में हैं. भारतीय सरकार ने तमाम अन्य जारी की गई रिपोर्ट की तरह इसे भी गलत करार दिया है. सरकार की दलील है कि ये भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा है, सैंपल साइज छोटा है और बचपन में कोई कुपोषण का शिकार है तो उसके आधार पर बड़ी उम्र वालों को भी भूख का शिकार नहीं मान सकते.

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के प्राइमरी स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, बच्चे पढ़ रहे थे कि तभी स्कूल की छत बच्चों के ऊपर गिर गई और 5 बच्चे मलबे में दब गए. बच्चों को चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब आप ये समझिए कि पढ़ते हुए बच्चों के ऊपर जो छत गिरी होगी उसकी क्या हालत रही होगी. ये बस एक प्राइमरी स्कूल की कहानी नहीं है ये ढेर सारे प्राइमरी स्कूल की कहानी है ये तो बस दर्ज भर हो गई है, स्कूल जर्जर हैं, पानी और शौचालय की ठीक व्यवस्था नहीं है, साफ-सफाई तो भूल ही जाइए, छतें चू रही हैं, दीवारें गिर रही हैं, बच्चे दब रहे हैं और जिम्मेदार लोग बस जांच कर रहे हैं.

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प्राइमरी के बाद यूनिवर्सिटी लेवल की खबर आप तक पहुंचा देते हैं, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बाद अब काशी हिंदू विश्वविद्यालय BHU में भी फीस बढ़ा दी गई हैं. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और अब फीस वृद्धि को लेकर विरोध शुरू हो गया है.  छात्रों ने कहा कि BHU प्रशासन ने परास्नातक कोर्स और हॉस्टल फीस बढ़ा दी है. कोर्स और हॉस्टलों की फीस 50% तक बढ़ाई गई है. प्रशासन क्या कह रहा है?  वो कह रहा है कि ये सब फर्ज़ी बाते हैं फीस बढ़ाई है मगर जो धरना कर रहे हैं इनकी नहीं बढ़ाई है. हमने तो अगले सत्र की बढ़ाई है, अब इस पर आपका मन करे तो ताली बजा लीजिए.

किसी चीज का विकास हो रहा हो न हो रहा हो मगर महंगाई का विकास हो रहा है. सितंबर में महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई. भारत की खुदरा महंगाई दर सितंबर में 7.41% तक पहुंच गई, जो अगस्त में 7% और जुलाई में 6.71% रही थी वहीं, पिछले साल सितंबर में यह 4.35 फीसदी पर थी. बहुत कर्रा विकास हो रहा है. खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में भी उछाल देखने को मिला है. सितंबर महीने में खाद्य महंगाई दर 8.60 फीसदी पर जा पहुंची है जो अगस्त में 7.62 फीसदी थी.

वहीं UP के जिलों में CNG ने पेट्रोल के दामों को पीछे छोड़ दिया है, झांसी, उन्नाव, लखनऊ, आगरा में CNG की कीमत 97 रुपए प्रति किलो हो गई जबकि पेट्रोल 96 रुपये 53 पैसे प्रति लीटर है. इतना ही नहीं पराग, अमूल,मदर डेरी ने दूध के दाम भी बढ़ा दिए हैं.

इस हफ्ते की देखी-अनदेखी तस्वीर

फोटो: सोशल मीडिया

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